लखनऊ:उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर पिंक बसों का संचालन शुरू किया था. अभी तक इन पिंक बसों पर परिचालक तो महिलाएं थीं, लेकिन चालक पुरुष ही थे. अब इन बसों की चालक भी महिलाएं ही होंगी. रोडवेज ने नियमों में शिथिलता बरतते हुए महिला चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की अनिवार्यता नहीं रखी है. हैवी ड्राइविंग लाइसेंस से उन्हें छूट दी गई है.
आरएम ने दी डीएल से छूट
उत्तर प्रदेश में कुल 50 महिला स्पेशल पिंक बसों का संचालन होता है. इन बसों की स्टीयरिंग भी अब महिला चालकों के हाथ में दिए जाने की तैयारी हो गई है. महिला चालक बनने के लिए महिलाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या हैवी ड्राइविंग लाइसेंस की हो रही है. इस कारण वे चाहकर भी आवेदन नहीं कर पा रही थीं. इसे ध्यान में रखकर लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस में छूट देने की बात कही है. ऐसे में अब महिला चालक के पद पर भर्ती होने के लिए हैवी ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होगी. रोडवेज अधिकारियों को उम्मीद है कि इससे महिला चालक बनने के लिए लखनऊ से भी महिलाएं आवेदन करेंगी. इससे लखनऊ से संचालित पिंक बसों पर भी महिला चालकों की तैनाती हो सकेगी.