लखनऊ: राजधानी के पूर्व कमिश्नर सुजीत पांडे को अचानक हटा दिया गया और उनकी जगह नया पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को बनाया गया है. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि राजधानी में सेवा करने का ये उनका दूसरा अवसर है. उनकी प्राथमिकता है कि थाने पर मौजूद पुलिसकर्मी जनता के मामलों को सुनें और उचित कार्रवाई करें. एफआईआर दर्ज होती है तो समय से विवेचना की जाए. जनता से जुड़े मामलों पर किसी भी तरीके की कोई पक्षपातपूर्ण कार्रवाई न हो और उन्हें त्वरित न्याय मिले. उन्होंने कहा कि अपराध और भय मुक्त समाज स्थापित करेंगे. महिलाओं, दलित और कमजोर वर्ग के लोगों के खिलाफ अपराध करने वालों पर कार्रवाई करेंगे.
सोशल मीडिया सहयोगी होने के साथ हानिकारक भी
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि सोशल मीडिया सहयोगी होने के साथ हानिकारक भी है. कई बार बहुत सारी अफवाहें चलती हैं, जिससे सही या गलत का पता करने में समय लगता है. दो सम्प्रदायों के बीच अफवाह फैलाने वाले पोस्ट आते हैं. इसे कंट्रोल करने में पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. वर्तमान में अपराध करने के तरीके भी बदले हैं. यह पुलिस के लिए चुनौती है. साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं. आगे भी बढ़ेंगे. इनको रोकना बहुत बड़ी चुनौती है.