लखनऊ:लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने सैकड़ों पार्सल ट्रेनें चलाकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक खाद्यान्न पहुंचाया. व्यापारियों ने इन ट्रेनों से खाद्य वस्तुओं का प्रसार किया. इस दौरान व्यापारियों को जो भी समस्याएं आईं. उसके निराकरण के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ के मंडलीय कार्यालय में मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने रायबरेली क्षेत्र के खाद्यान्न व्यापारियों के साथ वार्ता की.
उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला ने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य ट्रेन के जरिए खाद्यान्नों की अधिक लदान को देखते हुए रैकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना था. इसके साथ ही भविष्य की रेल एवं व्यापारियों के मध्य इस प्रकार की नीतियों का निर्माण करना था, जिनके आधार पर व्यापारियों की सामग्री समय पर और सुरक्षा के साथ लदान करके उनके निर्धारित स्थानों पर भेजी जा सके. इससे रेलवे की आय में वृद्धि होगी.
व्यापारियों से की गयी वार्ता. रेल संबंधी समस्याओं से अवगत मंडल रेल प्रबंधक
उन्होंने बताया कि व्यापारियों ने अपनी रेल संबंधी समस्याओं से भी मंडल रेल प्रबंधक को अवगत कराया. मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने समस्याओं के तत्काल निराकरण के लिए व्यापारियों को आश्वस्त किया. सीनियर डीसीएम ने बताया कि इस मीटिंग का आयोजन भारत सरकार की तरफ से कोविड-19 के संबंध में जारी सभी निर्देशों के आधार पर किया गया.
बता दें कि उत्तर रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान जिन पार्सल ट्रेनों का संचालन किया, उनके लिए बाकायदा अधिकारियों के नंबर भी जारी किए गए थे. इससे लोगों को अपना सामान बुक कराने और अपने स्थान पर पहुंचाने में किसी तरह की कोई समस्या न आती. इसका व्यापारियों ने काफी लाभ भी लिया. तमाम ट्रेनों से आवश्यक वस्तुओं का आदान-प्रदान किया गया. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी के मुताबिक यात्रियों से वार्ता के दौरान उन्होंने जो भी समस्याएं रखी, उनका निराकरण कराने का भरोसा दिया गया. साथ ही उन्होंने जो भी सुझाव दिए, उन पर भी अमल करने का आश्वासन दिया गया है.