लखनऊ : डेंगू और संचारी रोगों के दृष्टिगत जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार (District Magistrate Surya Pal Gangwar) शुक्रवार शाम अचानक सिविल हॉस्पिटल पहुंच गए और डेंगू के भर्ती मरीजों की स्थिति देखी और उनके बेहतर उपचार के लिए चिकित्सकों को निर्देशित किया. इसके पहले डीएम ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान के निरीक्षण के दौरान नगर निगम के जोनल कार्यालय जोन-6, 7 में बैठकर सफाई अभियान, फॉगिंग व डेंगू की रोकथाम के सम्बन्ध में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग आवश्यक दिशा निर्देश दिए. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह गोरखपुर जाने से पहले लखनऊ में अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग जिलों के नोडल अधिकारी अफसरों को डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए सख्त दिशा निर्देश दिए.
बैठक में सीएम योगी ने कहा कि सभी जिलों के नोडल अधिकारी रोग के प्रसार को रोकने के लिए अपने-अपने जिलों में दौरा करें. इसके अलावा डेंगू की रोकथाम को लेकर हर संभव प्रयास करें. खास तौर पर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को शत प्रतिशत इलाज दिया जाए. किसी तरह की कोई कमी ना छोड़ी जाए. सर्विलांस की गतिविधियां बढ़ाई जाएं. सभी नगर निगम, स्थानीय निकाय साफ सफाई, फाॅगिंग, एंटी लारवा स्प्रे पर विशेष अभियान चलाएं. मिशन मोड में डॉक्टर एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए.
सिविल अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी. सिविल हॉस्पिटल के निदेशक ने बताया गया कि कुल 16 पेशेंट एडमिट हैं. साथ ही कुल 34 बेड रिजर्व में डेंगू के मरीजों लिए रखे गए हैं. प्लेटलेट्स की भी कमी नहीं है. बेड भी पर्याप्त हैं सभी को सभी सुविधाएं आसानी से दी जा रही हैं. मरीजों के एडमिशन और इलाज में कोई कमी नहीं है. निरीक्षण के दौरान ज़िलाधिकारी ने नगर निगम को दिन में दो बार सुबह और शाम फॉगिंग करने के निर्देश दिए. साथ ही सभी विद्यालयों को एडवाइजरी (advisory to schools) जारी की गई है कि विद्यायलों में सभी बच्चे पूरी बांह के कपड़े पहन कर आएं. ज़िलाधिकारी नेआशा कार्यकर्ता बुखार और इंफ्लुएंजा के लक्षण के मरीजों की पहचान कर उनकी लाइन लिस्टिंग करने की जिम्मेदारी दी है.
डेंगू की रोकथाम (prevention of dengue) के लिए लखनऊ डीएम की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. इसमें डेंगू के प्रकोप से बचने के उपायों की जानकारी (Information about measures to avoid dengue outbreak) दी गई है. इसके अतंर्गत वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखें. घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें. अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें. प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें, कूलर आदि में ज़्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दें, घरों और होटल के वाटर टैंक में लार्वीवोरस मछली का उपयोग करें. बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें. घर में या घर के आसपास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें आदि जानकारियां साझा की गई हैं.
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