लखनऊ:जिले में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में राजधानी लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान करोड़ों की सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ था. इस हिंसक प्रदर्शन पर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी. इसी सिलसिले में गुरुवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.
सीज की गई उपद्रवी की दुकान
NRC और CAA के विरोध में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले साल 19 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस सिलसिले में गुरुवार को जिला प्रशासन ने एक और उपद्रवी की संपत्ति सीज कर बड़ी कार्रवाई की है. अपर जिलाधिकारी पूर्वी केपी सिंह की न्यायालय से जारी नोटिस के आधार पर बकायेदार नफीस पुत्र मोहम्मद रईस की खुर्रम नगर स्थित दुकान पर गुरुवार को जिला प्रशासन की टीम ने ताला लगा दिया. फैशन सेंटर को पहले ही सील किया जा चुका है.
CAA-NRC मामला: लखनऊ जिला प्रशासन ने सील की उपद्रवी की संपत्ति
यूपी के राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान करोड़ों की सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ था. इसी सिलसिले में गुरुवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.
पहले दिया गया था नोटिस
बता दें, इससे पहले तहसीलदार शंभू शरण ने तहसील सदर की टीम के साथ मिलकर पक्का पुल के पास एन वाई फैशन सेंटर को सील किया था. शंभू शरण ने बताया कि सीलिंग की कार्रवाई के पूर्व बकाएदार धर्मवीर सिंह पुत्र कृपाल सिंह को नोटिस दिया गया था. इस नोटिस में कहा गया था कि आपको बकाए की धनराशि 21 लाख 76 हजार चुकाने के लिए एक निश्चित समय दिया जा रहा है. समय से पहले बकाए की राशि को हर हाल में जमा किया जाए, अन्यथा प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा.
तहसीलदार ने बताया
बकाए की राशि जमा न करने पर हुई कार्रवाई पर तहसीलदार ने बताया कि धर्मवीर सिंह ने समय की अवधि पूर्ण होने पर भी बकाए की राशि जमा नहीं की. इस वजह से मंगलवार को सदर तहसील की टीम ने उनके प्रतिष्ठान को सील कर दिया है. वहीं इसके अलावा प्रशासन ने बांसमंडी स्थित बकायेदार माहेनूर चौधरी पुत्र दद्दू चौधरी की भी दुकान को सील किया है.