लखनऊ : सदियों से धर्म को नीचा गिरा कर विज्ञान को ऊंचा उठाने की दिशा में काम हुआ है. आजादी के समय से ही धर्म को नीचे दबाने की पुरजोर कोशिश की गई. ज्योतिष विज्ञान वह क्षेत्र है, जिसमें आज युवा पीढ़ी भी इंटरेस्ट ले रही है. इसमें युवाओं में काफी भाग लिया है. युवाओं को ज्योतिषशास्त्र पर विश्वास भी है. यह कहना उचित नहीं होगा की युवा पीढ़ी ज्योतिष शास्त्र को समझती हैं. मौजूदा समय में हम भी कई बार गूगल से चीजों को देखते हैं. हर समय पांचांग लेकर नहीं चलते तो गूगल पर ही दिखते हैं.
यह बातें आचार्य बिंदु प्रकाश ने रविवार को ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहीं. राष्ट्रीय ज्योतिष एवं रुद्राक्ष अनुसंधान संस्थान की ओर से रविवार को लखनऊ के भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के कलामंडपम ऑडिटोरियम में "इंटरनेशनल सनातन धर्म एंड एस्ट्रोलॉजिकल समिट 2023" का भव्य आयोजन किया गया. इसमें सम्पूर्ण भारत के अतिरिक्त हॉलैंड यूरोप, नेपाल तथा बांग्लादेश से उद्भट विद्वानों, प्रख्यात धर्माचार्यों एवं ज्योतिषाचार्यों का आगमन हो रहा है. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी शामिल हुए.
डिप्टी सीएम ने कहा कि मौजूदा समय में समय बदल रहा है. बदलते समय के अनुकूल चीजें भी परिवर्तित हो रही हैं. आज के दौर में हम पंचांग खोलकर नहीं देखते हैं कि हमें कुंडली देखनी है तो हम पंचांग खोल कर बैठें. डिजिटल जमाना है चीजें ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं. मौजूदा समय में बहुत से लोग ज्योतिष शास्त्र में रुचि ले रहे हैं और युवा पीढ़ी के लोग भी इसमें शामिल हैं. वह भी यह शिक्षा ग्रहण करना चाह रहे हैं, उनके अंदर जो जिज्ञासा है. उस जिज्ञासा के तहत सारी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. आज शिक्षा क्षेत्र में भी इस विषय पर बकायदा क्लास चलती है.