लखनऊ : एक ओर बापू भवन दूसरी ओर लोक भवन, जबकि तीसरी तरफ विधान भवन है, बीच के चौराहे पर सड़क की मरम्मत चल रही है. यह लखनऊ की एक ऐसी जगह है जहां सत्ता शीर्ष चलता है. यहां से पूरे प्रदेश की व्यवस्था संभाली जाती है. मगर सड़क की इस अव्यवस्था ने बता दिया है कि बाकी राजधानी का हाल क्या है. वैसे भी लखनऊ में स्मार्ट सिटी (smart city in lucknow) के काम और अमृत योजना के कामों की वजह से सड़कों का हाल बुरा था. मगर अक्टूबर में हुई जबरदस्त बारिश ने कोढ़ में खाज वाली स्थिति पैदा कर दी है. पूरे शहर में जगह-जगह सड़कों पर गड्ढे हैं. दीपावली से पहले पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सड़कों पर पैचवर्क करके स्थिति संभालने की कोशिश जरूर की है, लेकिन हालात अब भी उतने ही बुरे बने हुए हैं. बारिश की वजह से सड़कों की सच्चाई सामने आ गई है. भ्रष्टाचार की परत उतरती चली गई है.
इसी तरह से चारबाग में केकेसी और केकेवी कॉलेज के पीछे करीब एक किलोमीटर की सड़क का बुरा हाल है. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि पिछले छह महीने से जगह-जगह गड्ढे हैं. मगर सड़क को सुधारने का काम नहीं किया जा रहा है. जिसकी वजह से हम लोगों के सामने समस्याएं हैं. सबसे बुरा हाल रात के समय होता है, जब मार्ग प्रकाश भी काम नहीं करता पैदल चलना भी दुश्वार हो जाता है.
शहर में लाटूश रोड का भी बुरा हाल है. यहां स्मार्ट सिटी के तहत काम किया जा रहा है. अमृत योजना में सीवरेज की बड़ी लाइनें पिछले करीब तीन महीने से बिछाई जा रही हैं. दीपावली के दौरान इस बाजार में जमकर खरीदारी होती थी. यह इलेक्ट्रॉनिक्स फर्नीचर वगैरा का बड़ा बाजार है. मगर इस बार व्यापारियों का बुरा हाल है. जाम की वजह से खरीदारी हुई नहीं है. ग्राहकों ने आना ही बंद कर दिया है.