लखनऊ : पुरानी पेंशन लागू नहीं किए जाने को लेकर केंद्र सरकार के अब तक के निर्णय से रेलवे कर्मचारी बिल्कुल (Northern Railway Men Union) खुश नहीं हैं. विभिन्न राज्यों में भाजपा के अलावा अन्य सरकारों की तरफ से फिर से पुरानी पेंशन बहाली का रेलकर्मी स्वागत कर रहे हैं और केंद्र सरकार से लगातार ओपीएस लागू करने की मांग कर रहे हैं. कई बार रेल यूनियन के नेताओं के साथ सरकार के प्रतिनिधियों की वार्ता भी हुई, लेकिन नतीजा अब तक सिफर है. ऐसे में केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए रेलकर्मी हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए गुप्त मतदान कराए जाने के बाद हड़ताल से भी कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे. ये बातें शुक्रवार को चारबाग स्थित उत्तर रेलवे स्टेडियम में आयोजित नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन की हीरक जयन्ती वार्षिक अधिवेशन में उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहीं. उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर सरकार पुरानी पेंशन की बहाली नहीं करती है तो अब तक जिन राज्यों में भाजपा की हार हुई है आगे भी ऐसा अन्य राज्यों में होता रहेगा.
प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री कामरेड शिवगोपाल मिश्रा ने रेल कर्मचारी सम्बन्धी विभिन्न समस्याओं पर कृत कार्रवाई पर अपनी रिपोर्ट रखते हुए युवाओं, महिलाओं और रेल कर्मचारियों का पुरानी पेंशन बहाली के निर्णायक संघर्ष के लिए आगामी एक से 15 नवम्बर तक गहन जन-जागरण व 21-22 नबम्बर को हड़ताल के लिए बढ़-चढ़कर भाग लेने पर जोर दिया. "ईटीवी भारत" के इस सवाल पर कि क्या पुरानी पेंशन बहाली की यूनियन की मांग से ही भाजपा नेता सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहे हैं? रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आमंत्रण देने के बाद भी शामिल न होना क्या यही वजह है, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की कहीं और व्यस्तता थी, उन्होंने इसके बारे में अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि ओल्ड पेंशन सरकार को हरहाल में लागू करना होगा. इसके लिए हम लगातार आंदोलन करेंगे, जैसी जरूरत होगी वैसे विरोध जताया जाएगा.'