लखनऊ :उत्तर प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा कि लगातार तीसरी बार कार्यवाहक डीजीपी की ही तैनाती होगी. ये इसलिए माना जा रहा है क्योंकि 31 मई को मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा का रिटायरमेंट है और अब तक सरकार द्वारा यूपीएससी को डीजीपी के चयन हेतु प्रस्ताव नही भेजा जा सका है. हालांकि वरिष्ठता के तहत नए डीजीपी के लिए आनंद कुमार और विजय कुमार डीजीपी पद की दौड़ में आगे हैं.
यूपी में लग सकती है कार्यवाहक डीजीपी की हैट्रिक, जानिए क्यों फिर बन रहे ऐसे समीकरण
उत्तर प्रदेश सरकार और यूपीएससी की खींचतान के बीच स्थाई डीजीपी का चयन अटका हुआ है. वरिष्ठता के आधार पर कई अफसर डीजीपी चयन प्रक्रिया के दायरे में हैं, लेकिन सरकार अभीतक सिर्फ कार्यवाहक डीजीपी के सहारे काम चला रही है.
लगातार तीसरी बार कार्यवाहक डीजीपी बनने की संभावना : 11 मई 2022 को डीएस चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया और फिर 31 मार्च को आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके पीछे का कारण सरकार द्वारा डीजीपी के चयन हेतु प्रस्ताव संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को न भेजना था. ऐसे में बीते एक वर्ष से राज्य में स्थाई डीजीपी तय नहीं हो पाया. अब जब आरके विश्वकर्मा भी 31 मई को रिटायर हो रहे है और कयास लगाए का रहे हैं. अब तक सरकार ने यूपीएससी को प्रस्ताव नहीं भेजा तो क्या कार्यवाहक डीजीपी की हैट्रिक लगाई जाएगी. ऐसे में ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि आखिर इतने डीजी होने के बाद भी कार्यवाहक डीजीपी बनने की दौड़ में कौन कौन अधिकारी शामिल हैं.