लखनऊ. उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (Minister of State for Transport (Independent Charge) of Uttar Pradesh) दयाशंकर सिंह ने बताया कि परिवहन निगम में यात्रियों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा प्रदान करने के लिए और निगम में पारदर्शी व्यवस्था अपनाने को नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए परिवहन निगम अपनी बसों में निगम के राजस्व और यात्रियों की सुरक्षा की दिशा में एक नई पहल करते हुए कैमरा आधारित पीपुल हेड काउंटिंग डिवाइस व्यवस्था (Camera Based People Head Counting Device System) लागू की है. इसके माध्यम से चालक व परिचालकों के व्यवहार की मॉनिटरिंग की की जाएगी. साथ ही बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की गणना और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी. पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इस तकनीकी का सबसे पहले वाराणसी क्षेत्र की बसों में लाइव टेस्टिंग शुरू की गई है.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि एक माह के अध्ययन के बाद प्राप्त आख्यानुसार इसे प्रदेश में संचालित सभी बसों में लागू करने पर विचार किया जाएगा. इस व्यवस्था के अंतर्गत चालक का सम्पूर्ण व्यवहार जैसे झपकी आना, नींद आना, मोबाइल पर बाते करना आदि पर अलार्म जनरेट होगा. जिसके आधार पर चालक को सतर्क कर बस में यात्रारत यात्रियों की सुरक्षित यात्रा (safe journey) सुनिश्चित होगी. उन्होंने बताया कि पीपुल हेड काउंटिंग डिवाइस से वाहन में चढ़ने-उतरने वाले प्रत्येक यात्री की कैमरा आधारित छवि और गणना की लाइव सूचना (Live Information) मॉनिटरिंग सेंटर (Monitoring Center) को प्राप्त होगी. जिसका मिलान निगम की नई टिकट प्रणाली में प्राप्त रियल टाइम आंकड़ों से कर निगम आय की शत-प्रतिशत निगरानी सुनिश्चित होगी. रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या और टिकटों की संख्या में गड़बड़ी की शिकायत भी दूर होगी.
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