लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के साथ परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती (posts in primary and upper primary schools) के लिए खाली पदों की जानकारी जुटाना शुरू कर दी है. बेसिक शिक्षा निदेशक शुभा सिंह ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से प्रदेश में शिक्षकों के स्वीकृत कार्यरत और रिक्त पदों का विवरण 13 जनवरी तक मांगा है. साथ ही 31 मार्च तक सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों की संख्या को जोड़ते हुए प्रदेश में खाली हो रहे पदों की भी जानकारी मांगी गई है. निदेशक ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापकों के खाली पदों की सूचना अलग-अलग देने का निर्देश सभी बीएसएस को जारी किया है. इस आदेश के बाद प्रदेश में एक बार फिर से शिक्षकों में प्रमोशन की आस जगी है.
ज्ञात हो कि बेसिक के विशेष सचिव अवधेश कुमार तिवारी ने बीते 29 दिसंबर को प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों पर पदोन्नति के संबंध में आदेश जारी किया था. जिसके बाद निदेशक की ओर से जारी किए गए आदेश को उसी क्रम में जोड़कर देखा जा रहा है. ज्ञात हो कि प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की प्रोन्नति का मामला बीते एक दशक से रुका हुआ है. प्रदेश में लगभग 82 हजार प्राइमरी और 46 हजार अपर प्राइमरी स्कूल हैं, इनमें से आधे में प्रधानाध्यापक नहीं हैं. जो सोनियर शिक्षक होता हैं, उसे इंचार्ज बना दिया जाता है.