लखनऊ : राजधानी के काकोरी शहीद स्मारक पार्क में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ((Deputy Chief Minister Brijesh Pathak)) ने काकोरी ट्रेन एक्शन कांड (kakori train action incident) की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहीदों को नमन किया. इस अवसर पर डिप्टी सीएम ने कहा कि देश की आजादी में काकोरी कांड 1925 (Kakori incident 1925) के शहीदों का अहम योगदान रहा. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया.
डिप्टी सीएम ने कहा, देश की आजादी में काकोरी कांड के शहीदों का रहा अहम योगदान
काकोरी शहीद स्मारक पार्क में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने काकोरी ट्रेन एक्शन कांड की 95वीं वर्षगांठ के अवसर पर शहीदों को नमन किया. इस अवसर पर डिप्टी सीएम ने कहा कि देश की आजादी में काकोरी कांड के शहीदों का अहम योगदान रहा. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak)ने कहा कि हमारे वीरों ने वर्ष 1925 में काकोरी में ब्रिटिश खजाना लूट (looted british treasury) कर ब्रिटिश सरकार को चुनौती दी थी. काकोरी की घटना के नायकों में राजेंद्र नाथ लाहिरी, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह व अशफाक उल्ला खान को फांसी की सजा सुनाई गई. जिनमें राजेंद्र नाथ लाहिरी को 17 दिसंबर को ही फांसी दी गई थी. वर्ष 1925 में काकोरी में काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े हुए नायकों ने ब्रिटिश खजाने पर कब्जा जमाकर एक चुनौती ब्रिटिश हुकूमत को दी थी. देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस पर मैं उनको कोटि-कोटि नमन करता हूं.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) ने कहा कि गोरखपुर के चौरी-चौरा (Chauri Chaura of Gorakhpur) में भी ऐतिहासिक घटना हुई थी. वहां के किसानों, मजदूरों, महिलाओं और नौजवानों ने तब की ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती दी थी. देश की आजादी के लिए अलग-अलग समय वह अलग-अलग स्थानों पर भारत के महापुरुषों और क्रांतिकारियों ने निरंतर प्रयास किए. वर्ष 1857 में आजादी के लिए एक सामूहिक प्रयास हुआ था. समारोह में पूर्व मंत्री गोपाल टंडन, मेयर संयुक्ता भाटिया सहित कई विधायक मौजूद रहे.
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