लखनऊ : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रत्येक शुक्रवार को प्रदेश के सभी विकास खंडों की प्रत्येक ब्लॉक की दो ग्राम पंचायतों में आयोजित की जा रही ग्राम चौपालों को बहुत गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ लेने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि 'सभी पंचायतों में रोस्टर के अनुसार ग्राम चौपालों का सफल आयोजन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए, यदि कहीं पर ग्राम चौपाल नहीं हो पा रही है तो उसके कारणों को भी स्पष्ट किया जाए.'
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि 'ग्राम चौपालों का रोस्टर जनप्रतिनिधियों, सांसदों विधायकों को अनिवार्य रूप से भेजा जाए. रोस्टर का जिला स्तर पर व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कराया जाए तथा अधिकारियों, कर्मचारियों सहित जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित कराने के हर संभव प्रयास किए जाएं. ग्राम चौपालों के बहुत ही सार्थक परिणाम निखर कर आ रहे हैं और बहुत बड़ी तादाद में मौके पर ही समस्याओं का समाधान हो रहा है. उन्होंने कहा कि 'जो प्रकरण लंबित रह जा रहे हैं उनकी समीक्षा की जाए, उनका फीडबैक लिया जाए तथा उनके निस्तारण की कार्यवाही निर्धारित समय सीमा के अंदर सुनिश्चित कराई जाए. मुख्यालय से भी सांसदों और विधायकों को कॉल सेंटर के माध्यम से ग्राम चौपालों के आयोजन के बारे में जानकारी दी जाए.'
उन्होंने कहा कि 'ग्राम चौपालों में सांसदों, विधायकों व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए. चौपालों के लंबित प्रकरणों को निर्धारित समय सीमा के अंदर निस्तारित कराया जाए.' कहा कि 'चौपालों से 3 दिन पूर्व से ही गांव में स्वच्छता अभियान चलाया जाए. चौपालों में ग्रामीणों को सामाजिक सरोकारों से वास्ता रखने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाए.' उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी की कोई कोई शिकायत आई और वह सही पाई गई, तो संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी.' उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री आवास योजना व मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत दी जा रही बुनियादी सुविधाएं हर लाभार्थी को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए. आवंटित आवासों को निर्धारित समय सीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा कराया जाना सुनिश्चित किया जाए. आवास योजना के लोगों की पात्रता सूची ग्राम चौपाल के पास लगाई जाए.