लखनऊ:कोरोना संक्रमण के बीच लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक अच्छी पहल की है. कोरोना काल में माता-पिता को खोने वाले छात्रों की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने उठाई है. उपमुख्यमंत्री ने एम कॉम की छात्रा और कुलपति ने बीबीए की छात्रा को गोद लिया है.
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने एम कॉम की छात्रा सुनिधि श्रीवास्तव को गोद लिया तो वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बीबीए की छात्रा दीक्षा अग्रवाल को गोद लिया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसे सभी 47 छात्रों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है, जिनके माता पिता की कोरोना से मौत हो गई है. विश्वविद्यालय के शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इन छात्रों की जिम्मेदारी ली है. बता दें कि इसकी पहल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने की थी.
प्रोफेसर आलोक कुमार राय की पहल पर विश्वविद्यालय की छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर पूनम टंडन ने 19 जून को विश्वविद्यालय के सभी अध्यापकों, पूर्व अध्यापकों और प्रशासनिक अधिकारियों से एक पत्र के जरिए अपील की थी. पत्र लिखने के एक हफ्ते के अंदर सभी 47 छात्रों की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय सें संबंधित पदाधिकारियों और शिक्षकों ने उठा ली.