लखनऊ :सिविल अस्पताल में कुल छह घायल इस समय भर्ती हैं. जिसमें से एक बच्चे की हालत नाजुक बताई जा रही है. बाकी व्यस्कों की स्थिति फिलहाल ठीक है और सभी खतरे से बाहर हैं. इस दौरान डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने घायलों से मुलाकात की, जहां पर उन्होंने पीड़ित के परिवारों से बातचीत की. रात करीब 9:30 बजे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक हजरतगंज स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल घायलों से मुलाकात के लिए पहुंचे. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सिविल अस्पताल में मौजूद रैन बसेरा का भी जायजा लिया.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हजरतगंज के वजीरहसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट गिरने की घटना दुखद बताया. उन्होंने कहा कि 'घायलों को बचाने की दिशा में तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं. जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है. पुलिस, फायर व एनडीआरएफ के जवाब मुस्तैदी से लोगों को जीवित निकालने में जुटे हैं. ईश्वर सभी की रक्षा करें.'
घटना की जानकारी होने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचे उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 'घटनास्थल पर स्वास्थ्य विभाग की कई टीमें लगाई गई हैं, जो घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद कर रही हैं. आधा दर्जन से अधिक एम्बुलेंस मौके पर लगा दी गई हैं. केजीएमयू व सिविल अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों को गंभीर घायलों को भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं. हर स्थितियों में हम लोग सभी को बचाने में जुटे हैं. हम लोग हर एक को जीवित बचाने में लगे हैं. अत्याधुनिक मशीनों को भी मंगाया गया है. ब्लड बैंकों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. वरिष्ठ चिकित्सकों को अस्पताल में बने रहने का निर्देश दिए गए हैं.'
सिविल व ट्राॅमा पहुंचे गंभीर मरीज :ट्रॉमा सेंटर में घायलों को इलाज मुहैया कराने के लिए 30 से अधिक बेड आरक्षित कर लिए गए हैं. ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि 'घटना स्थल पर भी टीम रवाना कर दी गई है. छह सदस्यीय टीम में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ है. सभी ट्रॉमा विशेषज्ञ हैं जो निकाले गए घायलों की सेहत की जांच करेंगे. गंभीरता के हिसाब से घायलों को अस्पताल भेजेंगे. गंभीर घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करने के पूरे प्रबंध कर लिए गए हैं. ब्लड बैंकों को हाई अलर्ट किया गया. वरिष्ठ चिकित्सकों को अस्पताल में बने रहने का निर्देश दिए गए हैं.' वहीं हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल में तीन वयस्क, एक महिला और एक बच्चा भर्ती हुआ है, तीनों खतरे से बाहर हैं. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि 'मौजूदा समय में सभी डॉक्टर व कर्मचारी अस्पताल में मौजूद हैं. जितने भी मरीज प्राथमिक इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, उन्हें लगातार ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.'