लखनऊ :स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों व्यापक स्तर पर कार्य चल रहा है. उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बुधवार को प्रमुख सचिव को निर्देश दिए कि योजनाओं को तय समय पर पूरा कर लिया जाए. प्रमुख सचिव की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को पत्र जारी कर कहा कि 'विभिन्न मदों में जारी की गई धनराशि का सदुपयोग कर जानकारी प्रेषित की जाए. स्वास्थ्य केंद्रों पर संचालित योजनाओं को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की ओर से जारी निर्देशों के तहत प्रदेश के पूर्व चयनित 18 जिलों में 10 से 27 फरवरी तक हाथीपांव-फाइलेरिया उन्मूलन अभियान संचालित है. पात्र व्यक्तियों को एमडीए के तहत दवा खिलाएं, साथ ही ई-कवच पोर्टल पर इसकी जानकारी साझा करें. जिलों में स्थापित हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर की क्रियाशीलता देखें और सीएचओ की तैनाती, उपस्थिति ऐप का उपयोग, टेली कंसलटेशन, डायग्नोस्टिक सर्विसेस की उपलब्धता, डीबीडीएमएस सिस्टम के माध्यम से दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चत करें. केंद्र की ब्राॅडिंग करने के साथ ही उक्त जानकारी एचडब्लूसी पोर्टल पर फोटोग्राफ के साथ अपलोड भी करें.
प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जानकारी दी कि '13 फरवरी से विशेष टीकाकरण पखवाड़ा शुरू हुआ है. निर्देश दिए हैं कि छूटे हुए सभी बच्चों को टीका जरूर लगे. केयर एप्लीकेशन ऐप पर अस्पतालों एवं सीएचसी के उपकरणों की उपलब्धता भी दर्ज करें. उन्होंने कहा कि छाया (वीएचएनडी) योजना के तहत कैंपों में सभी पात्र दंपत्तियों, गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों की उचित देखरेख होनी चाहिए.'
वेलनेस सेंटर को मिले प्रमाण पत्र :प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के तहत निर्माणाधीन स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं बीपीएचयू को भी जल्द पूरा करने के निर्देश जारी हुए हैं. सभी जिलों के अल्ट्रासाउंड सेंटरों को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवसों में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराने एवं ई-वाउचर के जरिए माध्यम से अधिक-से-अधिक गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन, जांच, टीकाकरण, आयुष्मान कार्ड वितरण एवं आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत चल रहे कार्यों को भी जल्द निष्पादित किया जाए. महाराजगंज के एक वेलनेस सेंटर को मिले एनक्यूएएस प्रमाण पत्र की तर्ज पर अन्य सेंटरों को भी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाएं. निर्देश हैं कि प्रदेश में विभिन्न सेंटरों पर हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं. इनकी क्रियाशीलता भी जांची जाए. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए निवेशकों से भी लगातार संपर्क में रहें.
अस्पताल को विस्तार देने में न बरतें लापरवाही :उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज व सरकारी अस्पतालों में उपचार की सेवाओं को विस्तार देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें. इमरजेंसी में मल्टी, पैरामॉनीटर लगाए जाएं. बेड पर ही मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर का 24 घंटे संचालन हो. इमरजेंसी पैथोलॉजी जांचे हों. रोगी कल्याण समिति के बजट का मरीजों के हितों में इस्तेमाल करें. बुधवार को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के निदेशक व सीएमएस को रोगियों के उपचार के संबंध में निर्देश जारी किये हैं. प्रदेश में सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में रोगियों को उपचार उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये. आईसीयू में गंभीर रोगियों को भर्ती किया जाये. किडनी के जरूरतमंद रोगियों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जाये. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त दवा और जाँच की सुविधा सुनिश्चित की जाये. समय पर ओपीडी का संचालन हो. चिकित्सक की सलाह पर पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी जांच की सुविधा रोगियों को उपलब्ध करायी जाये.
24 घंटे पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी जांचें हों :उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में सुबह आठ से एक बजे तक ओपीडी पर्चे बनाये जाएं. पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी जांच 24 घंटे हो रही है, लिहाजा डॉक्टर की सलाह पर सभी की जांच उसी दिन हो, ताकि रोगी को उपचार उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की अड़चन न आए. मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में सभी बेड पर मल्टी पैरामॉनीटर लगाए जाएं. इससे रोगी के शरीर की गतिविधियों का आंकलन लगाना आसान होगा. ब्लड प्रेशर, शरीर में ऑक्सीजन का लेवल और पल्स का पता लगाया जा सकेगा.
ये भी पढ़ें : State Children Home : वेंटिलेटर पर मून, एक और बच्ची का प्रयागराज से हुआ रेस्क्यू