लखनऊ: केंद्र व प्रदेश सरकार लगातार किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयास में लगी हुई है. यही कारण है कि दोनों सरकारें लगातार किसानों के लिए कई योजनाएं भी चला रही हैं, जिससे किसान लाभान्वित भी हो रहे हैं. खेती के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि विभाग औषधीय पौधों, फूलों व डेयरी का काम करने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे केंद्र व प्रदेश सरकार के सपने को पूरा किया जा सके और किसानों की आय को भी दोगुनी किया जा सके.
जानकारी देते उप कृषि निदेशक. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उप कृषि निदेशक सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिसमें 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना', किसान क्रेडिट कार्ड योजना, फसल बीमा योजना, प्रमाणित बीज योजना और प्रधानमंत्री सोलर पैनल योजना प्रमुख हैं. इन योजनाओं से प्रदेश के किसान लाभान्वित हो रहे हैं.
सिंचाई की लागत कम कर रही 'सोलर पंप योजना'
उप कृषि निदेशक सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों को अपने फसलों की सिंचाई करने के लिए अधिक लागत लगानी पड़ती थी, लेकिन सरकार द्वारा संचालित सोलर पंप योजना पर किसानों को 50 से 60 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है, जिससे फसलों की सिंचाई करने में लागत कम हो जाती है और इसका लाभ किसानों को मिल रहा है.
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उप कृषि निदेशक सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार भले ही किसानों की आय दोगुनी करने की अनेक योजनाएं चला रही हैं बावजूद इसके किसानों को अपनी आय और अधिक बढ़ाने के लिए दलहन तिलहन के साथ-साथ मत्स्य पालन, अंडा उत्पादन, डेरी उत्पादन के साथ-साथ सब्जियों की खेती, फलों और फूलों की खेती, औषधीय पौधों की खेती करनी चाहिए और निश्चित रूप से इससे किसानों की आय बढ़ेगी और केंद्र व प्रदेश सरकार का सपना भी साकार हो सकेगा.