लखनऊः डेंगू एक खतरनाक समस्या है अगर हम बात करें लखनऊ के जिला अस्पताल की तो यहां का डेंगू वार्ड में मरीजों से फुल है और रोजाना कई मरीज बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं.
कैसे बनता है डेंगू लार्वा
पानी की खुली हुई टंकी, खाली पड़े टायर, कंटेनर, बेकार पड़े बर्तन, घरों के आसपास बने गड्ढों आदि जगह जहां पानी जमा रहता है. साफ पानी में एनाफिलीज और एडिस मच्छर अंडे देते हैं. सात दिन के अंदर वह पानी लार्वा के रूप में परिवर्तित हो जाता है. इस लारवा से पैदा होने वाले मच्छरों के काटने से डेंगू जैसी जानलेवा बीमारियां बैठे-बिठाए घर में अपने आप घर बना लेती हैं. वहीं गंदे और जमे हुए पानी में क्यूल एक्स मच्छर पनपते हैं जो फाइलेरिया बीमारी पैदा करते हैं.
क्या है डेंगू बुखार
डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है. जो कि एडिज मच्छर के काटने से डेंगू वायरस फैलता है. बारिश के मौसम में ये बिमारी जानलेवा साबित होती है. जानकारी के अभाव के कारण हर साल हजारों लोग इसकी चपेट में आते हैं.
डेंगू के लक्षण और खतरा
डेंगू होने पर आमतौर पर व्यक्ति को तेज बुखार आता है. कई बार इस बुखार को लोग सामान्य समझकर नजरअंदाज करते हैं. या गलत इलाज करातें रहते हैं. तीन-चार दिन में ही डेंगू के वायरस खतरनाक हो जाते हैं और खतरा बढ़ जाता है. डेंगू से आघाट सिंड्रोम जैसी जटिलताएं पैदा हो सकती हैं. जिससे फेफड़े जिगर या दिल को नुकसान पहुंच सकता है.
क्या है डेंगू रक्तस्रावी बुखार?
यह डेंगू का ही एक भाग है. अगर इसका इलाज न कराया गया तो इससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. इससे जिगर यानी एनलार्ज लिवर की समस्या हो सकती है. गंभीर मामलों में ब्लड प्रेशर कम हो जाता है. जिसे डेंगू घातक सैंड्रोम कहा जाता है.
डेंगू के लक्षण की लिस्ट
-नाक मुंह मसूड़ों या स्किन से खून निकलना.
-कोन्या नॉरमल उल्टी होना.
-मल का रंग काला होना
-बेवजह थकान और कमजोरी होना.
-अधिक पसीना आना.
-गंभीर पेट दर्द.
-भूख कम लगना.