लखनऊ:जिले में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्तओं ने पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों की फसलों का सही से आकलन कराकर मुआवजा दिए जाने की मांग भी की. साथ ही राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. इस दौरान बड़ी सख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे.
बांदा के जिलाधिकारी कार्यालय में बड़ी सख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता हाथों में झंडे लेकर पहुंचे, जहां पर उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दामों को कम किया जाए, क्योंकि जब कांग्रेस की सरकार थी तब कच्चे तेल के रेट बड़े होने के बावजूद भी पेट्रोल-डीजल इतना महंगा नहीं था, जितना आज है.
भाजपा सरकार नहीं कम कर रही पेट्रोल-डीजल के दाम
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया गया है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार गिर रही हैं. इसके बावजूद केंद्र की भाजपा सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं कर रही है, जबकि मूल्यों में गिरावट का लाभ सीधे देश के आम उपभोक्ताओं और यहां की जनता को दिया जाना चाहिए था. वहीं ओलावृष्टि से उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है, जिनका अब सही से सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए. साथ ही आंधी और ओलावृष्टि में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाए.
सहारनपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
जिले में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार पर दंगे भड़काने और गुमराह करने का आरोप भी लगाया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि बीजेपी सरकार में महंगाई आसमान छू रही है. साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार दंगा भड़काने का काम कर रही है. साथ ही साथ लोगों को गुमराह करने में लगी हुई है.