लखनऊ: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज, उम्मीदवारों की बढ़ी धड़कनें
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं. ग्रामीण जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनने को तैयार है. सरकार ने भी इस चुनाव को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अब गांव में ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्यों के लिए आने वाली आरक्षण सूची का इंतजार किया जा रहा है.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज
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Published : Feb 21, 2021, 9:10 AM IST
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार चुनने की कवायद गति पकड़ चुकी है. एक तरफ प्रत्याशियों ने जहां अपनी कमर कस ली है, वहीं पुलिस प्रशासन भी पूरी तरीके से तैयार है. पंचायती राज विभाग ने पंचायत चुनाव के लिए वार्ड के परिसीमन की सूची राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दी है, अब गांव में ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्यों के लिए आने वाली आरक्षण सूची का इंतजार किया जा रहा है. इस लिस्ट के लिए 22 तारीख सुनिश्चित की गई थी, लेकिन लिस्ट के बारे में कोई सूचना अभी जारी नहीं हुई है. इसके चलते उम्मीदवारों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज
उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में मतदाताओं की संख्याइस बार चुनाव में लगभग 12.50 करोड़ मतदाता होंगे. वहीं इस बार 21040979 नए मतदाताओं को जोड़ा गया है और 1,08,74,562 को सूची से हटाया गया है. 39,36,027 मतदाताओं के नाम में संशोधन किया गया है. ग्रामीण आबादी में अब कुल 67.45% मतदाता हैं. 2015 के पंचायत चुनाव में मतदाताओं की संख्या 11.74 करोड़ थी, वहीं राजधानी की बात की जाए तो 2015 में सूची के अनुसार 10,50,515 मतदाता थे. इस सूची में 42.45% युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 35 वर्ष से कम है.यूपी पंचायत चुनाव आयोग के हिसाब से मतदाता संख्या