लखनऊ : शनिवार को कैसरबाग बस स्टेशन पर ड्राइवर कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय और खाने की दुकानें खुलवाने की मांग की. दरअसल कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते प्रदेश सरकार अब हर शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन कर रही है. लॉकडाउन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही खोला गया है. इनमें रोडवेज बस भी शामिल हैं. लॉकडाउन में रोडवेज बसें तो चल रही हैं, लेकिन इस दौरान दुकानें बंद होने से चालक-परिचालकों को बस स्टेशन पर खाना तो दूर, चाय भी मिलना मुश्किल हो गयी है. इसी को लेकर ड्राइवर और कंडक्टरों ने नाराजगी जाहिर करते हुए दुकानें खोलने की मांग की है.
कैसरबाग बस स्टेशन पर सुबह और दोपहर जब रोडवेज ड्राइवर और कंडक्टर पहुंचे, तो यहां पर खाने के साथ ही चाय की दुकानें बंद मिलीं. दुकानें बंद होने से प्यास लगने पर उन्हें पानी भी नहीं मिल पाया. इसी को लेकर चालक-परिचालकों ने विरोध जताते हुए रोडवेज प्रशासन से चाय की दुकानें खुलवाने की मांग की. रोडवेज चालकों का आरोप है रोडवेज के अधिकारियों को सिर्फ इनकम से मतलब है. चालक-परिचालकों की सुविधाओं से उनका कोई लेना देना नहीं है. अब लॉकडाउन में जब यात्री आ ही नहीं रहे हैं, तो लोड फैक्टर कैसे आएगा. लेकिन ड्यूटी कराई जा रही है और चाय-पानी तक की व्यवस्था बस स्टेशन पर नहीं है.