लखनऊ : राज्य संपत्ति विभाग के दिल्ली स्थित यूपी भवन में एक महिला ने कमरे में यौन शोषण का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई है. एफआईआर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में बड़ी कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री के आदेश पर यूपी भवन के कई अफसरों को निलंबित कर दिया गया है. यूपी भवन नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित है. जिन अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है उनमें व्यवस्था अधिकारी दिनेश कारूष, राकेश चौधरी और पारस नाथ शामिल हैं. इसके साथ ही व्यवस्था अधिकारी के तौर पर राजीव तिवारी को यूपी भवन की जिम्मेदारी दी गई.
सीएम योगी आदित्यानाथ का बड़ा एक्शन सोमवार को देखने को मिला है. यूपी भवन के कई अधिकारियों के निलंबन के बाद कुछ अन्य अफसरों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है. राज संपत्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यूपी भवन भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था. सीएम ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की है.
सूत्रों के मुताबिक 26 मई को महाराणा प्रताप सेना के एक पदाधिकारी यूपी भवन गए थे. यहां उन्होंने तैनात पारसनाथ और सहायक राकेश कुमार से किसी उच्च अधिकारी के लिए कमरा बुक करने का हवाला दिया था. कर्मचारी ने कमरा नंबर 122 खोल दिया. वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में एक अज्ञात महिला के आने-जाने की फुटेज भी सामने आई है. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एफआईआर के बाद सीएम का एक्शनः सीएम की कार्रवाई के पीछे महिला की एफआईआर है. महिला ने दिल्ली में मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें उसने यूपी भवन के कमरे में यौन शोषण की बात कही है. एफआईआर के बाद दिल्ली पुलिस ने यूपी भवन का वह कमरा सील कर दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जब इस केस के विषय में जानकारी मिली तो गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई की. एक झटके में दिनेश कारूष, राकेश चौधरी समेत कई अफसरों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, पूरे मामले में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने जांच के आदेश दिए हैं. जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं.
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