लखनऊ:ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में अप्रशिक्षित कर्मचारियों के हवाले ड्राइविंग लाइसेंस का काम सौंप दिया गया है. उस पर सर्वर भी लगातार दगा दे रहा है. इसका नतीजा यह है कि अब तक ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंसी तकरीबन 6,000 पहुंच गई है. लोगों के घर पर समय से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं पहुंच पा रहे हैं. इससे लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है. लाइसेंस अप्रूव नहीं होने के चलते दिन-प्रतिदिन पेंडेंसी बढ़ती ही जा रही है.
आवेदकों की सहूलियत के लिए परिवहन विभाग ने सभी काम ऑनलाइन कर दिए हैं. घर बैठे ही लोग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह सुविधा आवेदकों को जरूर मिली, लेकिन लाइसेंस का टेस्ट देने आरटीओ कार्यालय समय से जाने के बावजूद उनके ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं हो पा रहे हैं. इसकी एक अहम वजह है लगातार सर्वर डाउन होना.
सर्वर की समस्या तब से शुरू हुई है जबसे ड्राइविंग लाइसेंस का ऑफलाइन आवेदन पूरी तरह से बंद कर दिया गया. ऑनलाइन आवेदन होने के बाद सर्वर पर इतना लोड पड़ा कि आए दिन सर्वर ठप होने और स्लो होने की समस्या बढ़ गई. एक तरफ तो सर्वर की मार और दूसरी तरफ अब आरटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस का काम अप्रशिक्षित कर्मचारियों के हाथ सौंपे जाने से ड्राइविंग लाइसेंस की पेंडेंसी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. आरटीओ के सूत्र बताते हैं कि यह संख्या तकरीबन 6,000 तक पहुंच चुकी है. समय पर अप्रूव न होने के चलते ड्राइविंग लाइसेंस भी समय से डिस्पैच नहीं हो पाएंगे. जिससे समय पर आवेदक के घर लाइसेंस पहुंच पाना असंभव है. ऐसे में ड्राइविंग लाइसेंस का इंतजार कर रहे आवेदकों को अब और ज्यादा दिन तक इंतजार करना पड़ेगा.