लखनऊ:केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) रविवार को कानपुर रोड पर स्थित ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और डीआरडीओ लैब का भी शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi adityanath) समेत प्रदेश के कई नेता मौजूद रहे. इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह डीआरडीओ की प्रदर्शनी का अवलोकन ने किया.
ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और डीआरडीओ लैब के बाद लोगों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैं योगी जी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं. जिन्होंने ज्यों ही मैंने परियोजनाओं के स्थापन का जिक्र किया, उन्होंने क्षण भर की भी देरी न करते हुए तुरंत तैयार हो गए. उन्होंने कहा- जितनी जल्दी हो सकेगा मैं भूमि उपलब्ध करवा दूंगा. राजनाथ सिंह ने कहा कि 'मैं आभार व्यक्त करना चाहता हूं, आपने महज डेढ़ माह में ही 200 एकड़ की जमीन उपलब्ध करवा दी. उन्होंने कहा कि हम भारत की धरती पर ब्रह्मोस मिसाइल बनाना चाहते हैं. किसी देश पर आक्रमण करने के लिए नहीं, बल्कि भारत के पास ऐसी ताकत हो कि दुनिया का कोई देश भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके. उन्होंने कहा कि इतिहास रहा है कि भारत किसी को छेड़ता नहीं और अगर हमें कोई छेड़ता है हम उसे छोड़ते भी नहीं हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा पड़ोसी देश जिसे हमने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नही दो बार स्ट्राइक करके ये संदेश दे दिया कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इस पार ही नही उस पार भी जाकर मार कर आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने ऐसा काम किया कि जिसमे उत्तर प्रदेश लगातार आगे बढ़ा. केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के सपनो को साकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई सोच सकता था कि हाईवेज़ बनेंगे, आज 4 एक्सप्रेसवे बन रहे हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि क्या करें मैं दिल्ली से 100 पैसा भेजता हूँ, लेकिन नीचे 15 पैसे पहुंचते हैं. लेकिन आज प्रधानमंत्री ने करके दिखा दिया कि दिल्ली के 100 पैसे सीधे कैसे पहुंचते हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि बिजनेस की दृष्टि से यूपी सबसे अच्छा राज्य बन गया है. अब दुनिया मानती है कि बिजनेस के लिए कोई भी राज्य अच्छा है तो वह उत्तर प्रदेश है. नए भारत की नियुक्ति अटल बिहारी वाजपेई ने रखी थी और उसका निर्माण मंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. अटल जी ने दुनिया के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणु परीक्षण करके अपनी शक्ति का परिचय दिया था. भारत अब हथियार का आयातक देश ही नहीं बल्कि निर्यातक देश भी बन रहा है. इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है.