लखनऊ : सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आज राजधानी लखनऊ में रन फ़ॉर यूनिटी रैली का आयोजन किया गया. हजरतगंज स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रन फ़ॉर यूनिटी रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रैली में हजारों की संख्या में छात्र, सेना से जुड़े जवान आदि अन्य लोगों ने भी भाग लिया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर, राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक सहित सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था तो देश अलग अलग रियासतों 562 में बंटा हुआ था. अंग्रेजों ने जानबूझ कर रियासतों को विलय करने या अलग रहने का निर्णय करने का मौका दिया था. ऐसे में देश के गृहमंत्री के रूप में, सरदार पटेल के सामने क्या कठिन परिस्थिति और चुनौती रही होगी, इसकी आज कल्पना करना भी मुश्किल है. सरदार पटेल की दूरदर्शिता और उनकी कूटनीतिक एवं रणनीतिक क्षमता का ही परिणाम था कि भारत की एकता और अखण्डता सुनिश्चित की जा सकी. पिछले लंबे समय से हम सरदार वल्लभ भाई पटेल को वो सम्मान दिलाने के लिए काम कर रहे हैं, जिसके वे हकदार हैं. रन फ़ॉर यूनिटी कार्यक्रम का आयोजन हर साल इसलिए किया जा रहा है. जिससे सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन के बारे में लोगों को पता चले.
रक्षामंत्री ने कहा कि स्वतंत्र भारत को एक भारत बनाने में सरदार पटेल की जो भूमिका रही है, उसको प्रमुखता से सामने नहीं आने दिया गया. जबकि सरदार पटेल ने केवल एक भारत पर ही काम नहीं किया, बल्कि भारत को चलाने के लिए सिविल सेवाओं जैसे ‘स्टील फ्रेम’ का भी निर्माण किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में सरदार पटेल की 182 फीट ऊंची प्रतिमा को स्थापित कराई है. उसका नाम है ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी रखा गया है. यह प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से भी बड़ी है. दुनिया की कोई भी प्रतिमा सरदार पटेल की इस प्रतिमा से बड़ी नहीं है. रक्षा मंत्री ने कहा कि आज देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरागांधी का बलिदान दिवस है उनको भी श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं.