लखनऊ: राजधानी में कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी आई है. लखनऊ जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में अब कोरोना संक्रमण मरीज नहीं दिख रहे हैं. लेकिन फिर भी अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज कोविड के गाइडलाइन का पालन करते हुए नजर आ रहे है. हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने एक बयान जारी कर कहा था कि कोविड अब वैश्विक महामारी नहीं है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वैश्विक स्वास्थ्य खतरे के रूप में कोरोना खत्म हो गया है. हालांकि कोविड से अब घबराने वाली स्थिति नहीं है. लेकिन, इस बार में क्या राजधानी के अस्पतालों के डॉक्टरों का क्या कहना है आइए जानते है.
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि मौजूदा समय में कोरोना को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि यह पूरी तरह से अब समाप्त हो चुका है. इसके अलावा कोरोना से बचाव करना अब हमारी आदत में है. संक्रमण का खतरा अब नहीं है. लेकिन, फिर भी लोग जागरूक हैं. मुंह पर मास्क लगाना, भीड़ से अलग हटके चलना लोगों की आदत में शुमार हो गया है. अस्पताल में लगभग 2 हजार से अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. इमरजेंसी में भी वायरल से पीड़ित मरीज अब नहीं आ रहे हैं.
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अस्पताल में इस समय कोविड से संक्रमित मरीजों की संख्या बिल्कुल भी नहीं है. इस समय जो मरीज आ रहे हैं. उन्हें अलग-अलग तरह की समस्या है. किसी को पेट में इंफेक्शन है, किसी की किडनी खराब है, किसी के लीवर में समस्या है या फिर किसी को अस्थमा की बीमारी है. अब नेत्र विभाग, त्वचा रोग विभाग और कार्डियोलॉजी विभाग के अलावा अन्य विभागों में मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस वक्त कोरोना का संक्रमण अधिक था. उस समय सबसे ज्यादा जनरल फिजीशियन और चेस्ट फिजिशियन की ओपीडी में भीड़ होती थी. लेकिन, इस समय इन विभागों में सामान्य मरीज आ रहे हैं. जिन्हें अलग-अलग तरह की बीमारी हैं.