लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राजधानी के हजरतगंज कोतवाली (Hazratganj Kotwali) में डीसीपी (DCP) के द्वारा लगाए गए 12 पोस्टर भी गौरी के बच्चे की जान नहीं बचा पाए. सोमवार को सुबह एक चार पहिया वाहन ने गौरी के एक महीने के बच्चे को हजरतगंज थाना परिसर में रौंद दिया था. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. गौरी के बच्चे की मौत होने के बाद थाना परिसर में हड़कंप मचा हुआ है.
डीसीपी के 12 पोस्टर भी नहीं बचा पाए गौरी के बच्चे की जान, पुलिस कर रही कार वाले की पहचान - save life
राजधानी के हजरतगंज कोतवाली में डीसीपी के द्वारा लगवाए गए 12 पोस्टर भी गौरी के बच्चे की जान नहीं बचा पाए. सोमवार को सुबह एक चार पहिया वाहन ने गौरी के एक महीने के बच्चे को हजरतगंज थाना परिसर में रौंद दिया था. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. गौरी के बच्चे की मौत होने के बाद थाना परिसर में हड़कंप मचा हुआ है.
दरअसल, हजरतगंज कोतवाली में करीब एक महीने पहले थाना परिसर में ही रहने वाली गौरी नाम की देशी डॉगी ने पांच बच्चे जन्मे थे. इसी परिसर में डीसीपी मध्य का कार्यालय (DCP Central Office) भी है. शनिवार को गौरी के एक बच्चे को वाहन की टक्कर लग गई जिससे वह घायल हो गया. डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक (DCP Central Aparna Rajat Kaushik) को जानकारी हुई तो उन्होंने पूरे थाना परिसर में अलग अलग स्थानों पर 12 पोस्टर लगवा दिए. इनमें लिखा था कि 'गौरी के छोटे छोटे बच्चे इस परिसर में रहते हैं. दो व चार पहिया वाहन चालक सावधानी से वाहन चलाएं'.
सोमवार को हजरतगंज कोतवाली (Hazratganj Kotwali) में लगे पोस्टर के ठीक पास में ही एक कार चालक ने गौरी के बच्चे को रौंद दिया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. डीसीपी की चेतावनी के बाद भी वाहन की टक्कर गौरी के बच्चे की मौत के बाद से थाने परिसर में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए. अब एक्सीडेंट करने वाले वाहन (accident prone vehicles) की तलाश की जा रही है.
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