लखनऊ : चारबाग बस स्टेशन से उन्नाव जा रही बस चालक ने डीसीएम को ओवरटेक कर दिया, जिससे नाराज डीसीएम चालक ने बंथरा में बस रोककर उस पर पथराव कर दिया. इससे बस का शीशा टूट गया. डीसीएम सवार युवकों पर बस कंडक्टर से पांच हजार रुपये की नकदी लूटने का भी आरोप लगा है, जिसके बाद आरोपी डीसीएम सहित फरार हो गए. बाद में घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस डीसीएम नंबर के आधार पर घटना को अंजाम देने वालों का पता लगा रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, हैदरगढ़ डिपो की बस (यूपी 33 एटी 3160) चारबाग से सवारी लेकर उन्नाव जिले के पुरवा जा रही थी. सरोजनीनगर में स्कूटर इंडिया चौराहे के पास पहुंचते ही पीछे से आ रही डीसीएम के चालक ने ओवरटेक करने के लिए बस चालक से पास मांगा, लेकिन वहां रास्ता संकरा होने से डीसीएम को पास नहीं दे सका. जिसके चलते डीसीएम चालक भड़क गया. डीसीएम से उतरे चालक संग युवकों ने बांस और बल्ली से बस के शीशे पर वार कर तोड़ दिए. इस घटना से बस सवार यात्रियों में खलबली मच गई.
रोडवेज बसों का दो घंटे चक्का जाम, यात्री हुए परेशान :कैसरबाग में वकीलों के प्रदर्शन से राखी के अवसर पर भाई के घर जाने वाली बहनों को दिक्कत का सामना करना पड़ा. परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, 'कैसरबाग बस स्टेशन से रवाना होने वाली बसें दोपहर एक से तीन बजे तक बस स्टॉप पर खड़ी रहीं. चक्का जाम होने से सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, बरेली, दिल्ली, गोंडा और बाराबंकी रूट की बसें प्रभावित रहीं.' बाराबंकी और सीतापुर रूट से आने वाली बसों को स्वास्थ्य भवन से आगे नहीं बढ़ने दिया गया. लिहाजा, सवारी लेकर आ रही बसें बीच रास्ते रोक दी गईं. वहीं बस कंडक्टर ने सवारियों को यही तक बस जाने की बात करके बस से उतरने को कहा. इसके बाद बस सवार यात्री हंगामा करने लगे. प्रदर्शन के चलते कैसरबाग के स्वास्थ्य भवन चौराहे पर रास्ता बंद कर दिया गया. इस दौरान लाटूश रोड, बलरामपुर हाॅस्पिटल, कैसरबाग चौराहा, अमीनाबाद और परिवर्तन चौक के पास बैरीकेडिंग लगा दी गई. इससे बाइक और कार सवार परेशान हो गए. मुख्य मार्गों पर रास्ता बंद होने से लोग वाहन लेकर इधर से उधर भटकते रहे.
पहले दिन करीब 10 हजार बहनों ने किया सफर :उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से रक्षाबंधन पर महिलाओं को दो दिन तक बसों में सफर करने के लिए नि:शुल्क यात्रा का तोहफा दिया गया. पहले दिन बुधवार सुबह से लेकर देर रात तक 10 हजार से ज्यादा महिलाओं ने बसों से सफर किया. दूसरे दिन गुरुवार की रात 12 बजे तक यह आंकड़ा काफी ज्यादा हो जाएगा. पहले दिन सुबह से लेकर देर रात तक बस स्टेशन पर बसों को पकड़ने के लिए महिलाएं आती रहीं. बसों में जमकर भीड़ हुई. टिकट के एवज में महिलाओं से कोई किराया नहीं लिया गया सिर्फ उन्हें जीरो मूल्य का टिकट दिया गया.