लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में पूर्व भाजपा नेता दारा सिंह चौहान के साथ ही कई अन्य पार्टियों के नेताओं ने आज सपा का दामन थामा. सपा में शामिल होने वाले सभी नेताओं का पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वागत किया. वहीं, योगी कैबिनेट में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान के साथ ही पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष योगेंद्र चौहान, पूर्व प्रत्याशी मोहन चौहान, पूर्व प्रत्याशी लोकसभा बृजभान चौहान के अलावा अपना दल के विधायक डॉ. आरके वर्मा आज सपा में शामिल हो गए. इस दौरान मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए दारा सिंह चौहान ने अखिलेश को यूपी का भावी मुख्यमंत्री बताया. उन्होंने कहा कि आज उनके समाज से कोई भी नेता अन्य किसी दल में नहीं बचा है. क्योंकि बड़ी संख्या में सभी समाजवादी पार्टी में आ गए हैं. आगे उन्होंने कहा कि 2017 में जब सूबे में भाजपा की सरकार बनी थी तो नारा दिया गया कि सबका साथ सबका विकास, साथ तो सबका लिया, लेकिन विकास कुछ चंद लोगों का किया. आज लोगों को लालच देकर गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन अब दलित समाज के लोग ठगने वाले नहीं हैं. अब कोई पिछड़ों को ठग नहीं सकेगा.
भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान ने कहा कि सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार में कुछ ही लोगों को बोलने का हक है. यहां तक कि योगी सरकार में अपना हक मांगने वाले अभ्यर्थियों पर भी लाठियां बरसाई गई. इलेक्शन कमिशन अगर आज चुनाव करा ले तो कल अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बन जाएंगे. सब कहते हैं कि 5 साल तक मैं क्या करता रहा तो मैं कहता हूं कि जब पिछड़ों के साथ साजिश होने लगे तो मुझे लगा कि पूरी तरीके से पिछड़े समाज के हित की अनदेखी हो रही है.
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दलित समाज की अनदेखी हो रही है तो हमें निर्णय लिया कि हम अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ज्वाइंन करेंगे और गरीबों की सरकार बनाएंगे. बड़े पैमाने पर ब्राह्मण भी भारतीय जनता पार्टी से नाराज है. समाजवादी पार्टी में सभी वर्ग शामिल हो गए हैं. पचासी फीसद तो हम ही हैं. 15 फीसद में भी हमारी हिस्सेदारी है. इधर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को दारा सिंह चौहान ने विजनरी नेता बताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी से जुड़ने के लिए बहुत लोग छटपटा रहे हैं. अखिलेश को कमजोर करने की साजिश की गई है, जब अखिलेश एक रथ लेकर अभिमन्यु की तरह निकले तो कौरवों की सेना की तरह उधर से छह रथ लेकर वो लोग निकल पड़े थे. मैं सिर्फ पार्टी में नहीं आया हूं. यह मेरा पुराना घर है. मैंने घर वापसी की है.