लखनऊ :राजधानी में डिलीवरी ब्वॉय पर थूकने के बाद मारपीट कर ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया. यह सब इसलिए हुआ क्योंकि डिलीवरी ब्वॉय दलित है. ऐसा आरोप लगाया है लखनऊ के विनीत रावत ने, जो एक कंपनी में फूड डिलीवरी का काम करता है. वहीं, आरोपी पक्ष का कहना है कि झगड़ा सिर्फ गलती से थूक की छींटे पड़ने पर शुरू हुआ था, जिसके लिए डिलीवरी ब्वॉय से माफी भी मांगी गई थी लेकिन वह गालियां देने लगा और झगड़ा बढ़ गया. पुलिस की मानें तो मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
लखनऊ में रविवार रात को डिलीवरी ब्वॉय पासी किला निवासी विनीत रावत पर थूकने, मारपीट और आर्डर कैंसिल करने का मामला सामने आया था. आरोप लगा था कि दलित होने के कारण ऐसा किया गया. विनीत ने आशियाना थाने में 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
डिलीवरी ब्वॉय से मारपीटः जातिगत अपमान या फिर दलित कार्ड, जानिए झगड़े की असली वजह
लखनऊ में दलित डिलीवरी ब्वॉय से खाना लेने से इनकार और मारपीट के मामले का असली सच जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने दोनों पक्षों और पुलिस से बात की. चलिए जानते हैं इसके बारे में.
पीड़ित विनीत ने ईटीवी भारत को बताया कि जब वह डिलीवरी देने आरोपी अजय सिंह के घर पहुंचा तो उनका भाई बाहर खड़ा था. उसने उनके ऊपर पान मसाला थूक दिया. पीड़ित के मुताबिक थूकने वाला नशे में था और थूकने पर माफी मांगने लगा, लेकिन उन्हें गुस्सा आया और उन्होंने इसका विरोध किया. पीड़ित के मुताबिक अभी तक थूकने वाले को उसका नाम नहीं पता था. इतने में, जिसके नाम का ऑर्डर था, वो भी मौके पर आ गए और उनसे झगड़ने लगे. यही नहीं नाम पूछने पर उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद वो अपने वकील के साथ रविवार को थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज कराई.
वहीं जिन पर विनीत ने आरोप लगाया है उनका कहना है कि उन्हें तो यह तक नहीं मालूम था कि डिलीवरी देने वाले का नाम क्या है? अभय सिंह के मुताबिक उनके भाई अजय सिंह ने कुछ खाने का सामान ऑर्डर किया था. यह बात उन्हें नहीं पता थी. वो बाहर से घर आए और अंदर से बोतल में पानी लेकर कुल्ला करने घर से बाहर गए. कुल्ला करते समय डिलीवरी ब्वॉय सामने आ गया कुछ छींटे उसके ऊपर पड़ गईं, जिस पर वह गालियां देने लगा और उनके भाई अजय सिंह को कॉल कर बताया कि आपका भाई जानवर है. इसी बात पर उनके भाई व डिलीवरी ब्वॉय के बीच हाथापाई होने लगी.
आरोपी पक्ष अभय सिंह के मुताबिक उन्हें डिलीवरी ब्वॉय का नाम तक नहीं पता था. उन्होंने कहा कि उनके घर पर खाना बनाने वाली महिला खुद दलित वर्ग से है और उन्होंने कभी भी भेदभाव नहीं किया है. उनके मुताबिक इस झगड़े को जानबूझकर दलित एंगल दिया जा रहा है जबकि यह झगड़ा सिर्फ गलती से थूक की छींटें पड़ने से शुरू हुआ था.
आशियाना इंस्पेक्टर दीपक पांडेय ने बताया कि शनिवार रात विनीत रावत ऑर्डर लेकर कस्टमर के घर पहुंचा तो वहां थूक की छींटे पड़ने को लेकर मारपीट हुई थी. विनीत रावत ने झगड़े के बाद डायल 112 को सूचना दी, जिस पर 112 की टीम पहुंची और दोनों को थाने चलने के लिए कहा तो विनीत ने जाने से इनकार कर दिया और रविवार को वह वकील के साथ थाने आया और दलित उत्पीड़न बताकर तहरीर दी. फिलहाल तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है. वहीं, एडीसीपी पूर्वी कासिम आब्दी ने कहा है कि मामले की जांच एसीपी कैंट अर्चना सिंह को दी गई है, जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
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