लखनऊ : काकोरी शहीदों की स्मृति में उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद की 35वीं साइकिल यात्रा मंगलवार को निकली. यात्रा से पहले नेताजी सुभाष चौक कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत में इतिहासकार प्रो. नदीम हसनैन को परिषद की ओर से सम्मानित किया गया. प्रो. नदीम हसनैन ने शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद अशफाक उल्ला खां, रोशन सिंह, राजेंद्र लाहिड़ी के चित्रों पर माल्यार्पण कर नमन किया. इसके बाद उन्होंने 35वीं साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
बाजारवाद और सांप्रदायिकता से बिगड़ रहा सामाजिक संतुलन : प्रोफेसर नदीम हसनैन ने कहा कि हमारी शहादत भी साझी है और विरासत भी साझी है. ऐसे समय में जब हमारी साझी संस्कृति, विरासत पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिस तरह से कारपोरिटीकरण हुआ है और पूंजीवादी व्यवस्था ने हमारे ऊपर बाजार और सांप्रदायिकता को लाद दी है. ऐसे समय में 35 वर्षों से निरंतर काकोरी यात्रा निकालते रहना काबिले तारीफ है. यह बड़ी बात है, जब लोग निराशा में घर बैठ गए हैं. ऐसे माहौल में उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद से जुड़े लोग साझी विरासत-साझी शहादत की रक्षा कर रहे हैं.
जन जन तक पहुंचाने होंगे क्रांतिकारियों के संकल्प : सामाजिक कार्यकर्ता निशात फातिमा ने शहीदों को नमन कर साइकिल यात्रा की शुभकामनाएं दीं. पत्रकार राकेश राय ने कहा कि क्रांतिकारियों की विरासत को हमें याद रखना होगा. क्योंकि मौजूदा दौर बहुत कठिन है. समाज में एकजुटता के दम पर ही शहीदों के सपने साकार होंगे. वरिष्ठ पत्रकार राजवीर रतन ने कहा कि हमें नई पीढ़ी को शहीदों के बीच पहुंचकर शहीदों की शहादत के बारे में बताना होगा. साइकिल यात्रा में बड़ी संख्या में युवा, शिया पीजी काॅलेज के एनसीसी केयर ऑफीसर अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट अनिल, अभय, मो. फैज, सनी और अजय सहित अन्य शामिल रहे.