लखनऊ: साइबर ठगों(cyber criminals) पेंशन धारकों के पास फोन करके ऑनलाइन पेंशन भेजने के नाम पर उनका खाता खाली कर रहे हैं. पेंशन निदेशालय(directorate of pensions) में कई पेंशन भोगियों ने शिकायत दर्ज कराई है. जांच में पता चला है कि साइबर क्रिमिनल(cyber criminals) पेंशन निदेशालय कर्मी बनकर पेंशन भोगियों को फोन कर ठगी कर रहे हैं. खुलासे के बाद पेंशन निदेशालय ने लखनऊ साइबर सेल(cyber cell) में मुकदमा दर्ज कराया है. लखनऊ कमिश्नरेट के साइबर सेल(cyber cell) ने एडवाइजरी जारी कर पेंशन धारकों को ठगों से सजग रहने की अपील की है.
खंगाली जा रही कॉल डिटेल
साइबर सेल प्रभारी एसीपी क्राइम विवेक रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि साइबर अपराधियों ने लखनऊ के कई पेंशन धारकों को फोन कर बैंक डिटेल, पीपीओ नंबर और ओटीपी पूछकर ठगी की है. पेंशन निदेशालय द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में प्रयुक्त फोन नम्बर की डिटेल खंगाली जा रही है. ठगी में प्रयुक्त किए गए फोन नंबर बाहर राज्यों के बताए जा रहे हैं. संबंधित राज्यों के साइबर सेल से संपर्क कर और आरोपियों को चिन्हित कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
कॉल कर ऐसे दिलाते हैं भरोसा
एसीपी साइबर सेल के मुताबिक, साइबर अपराधियों द्वारा पेंशन धारकों को 'जीवन प्रमाण पत्र' ऑनलाइन अपडेट करने के लिए कॉल किया जा रहा है, उनके पास पेंशन धारकों का पूरा डाटा जैसे नियुक्ति का दिनांक, सेवानिवृत्ति का दिनांक, पीपीओ नंबर (पेंशनभोगी भुगतान आदेश संख्या), आधार कार्ड संख्या, स्थाई पता ईमेल आईडी, सेवानिवृत्ति पर प्राप्त राशि और मासिक पेंशन नामिनी आदि की जानकारी होती है. वह उन्हें इस पूरे डाटा के साथ कॉल करते हैं, ताकि पेंशन धारकों को यह विश्वास दिलाया जा सके कि कॉल पेंशन निदेशालय से है.