लखनऊ: राजधानी में दो लोगों के खातों से साइबर जालसाजों ने लाखों रुपए उड़ा लिए. एक के खाते से 4.50 लाख और दूसरे के खाते से करीब 3 लाख रुपए निकाले गए. दोनों ने ही हजरतगंज थाना क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
बैंककर्मी बनकर ठगा
पहला मामला डॉ. अशोक मिश्रा का है. वह हजरतगंज के शाहनजफ रोड स्थित एक मकान में निवास करते हैं. डॉ. अशोक मिश्रा के अनुसार उनके खाते से सितंबर में ₹97849 निकलने का एक मैसेज आया था. उन्होंने गूगल पर सर्च कर बैंक कस्टमर केयर नंबर हासिल किया. गूगल से निकाले गए नंबर पर जब डॉक्टर अशोक मिश्रा ने फोन किया तो फोन रिसीव करने वाले व्यक्ति ने खुद को बैंक कर्मी बताया. उस व्यक्ति ने खुद को बैंककर्मी बताते हुए उनसे बैंक खाते की सारी डिटेल हासिल कर ली. रुपए वापस करने का झांसा देकर ओटीपी नंबर भी हासिल कर लिया. इसके बाद ही उनके खाते से लगभग 2 लाख रुपए निकाल लिए गए.
ट्रेजरी अधिकारी बनकर ली जानकारी
दूसरा मामला सचिवालय के रिटायर समीक्षा अधिकारी रामसिंह का है. सेवानिवृत्त समीक्षा अधिकारी रामसिंह को ठग ने ट्रेजरी अधिकारी बनकर कॉल किया. ठग ने उनसे जिंदा होने का प्रमाण पत्र पूरा नहीं होने के कारण पेंशन रोके जाने की बात कही. जिसके झांसे में आकर उन्होंने अपने खाते की जानकारी उसको उपलब्ध करा दी. इसके बाद उनके खाते से 4.50 लाख रुपए निकाल लिए गए.
मुकदमा दर्ज
हजरतगंज पुलिस के अनुसार राम सिंह जो कि सचिवालय से सेवानिवृत्त हैं, उन्होंने अपने खाते से 4.50 लाख रुपए निकलने की शिकायत दर्ज कराई है तो वहीं डॉ. अशोक मिश्रा ने अपने खाते से 2.97 लाख रुपए निकल जाने का शिकायती पत्र दिया था. इन दोनों शिकायती पत्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही यह मामला साइबर क्राइम को फॉरवर्ड कर दिया गया है. साइबर क्राइम सेल की तरफ से जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.