लखनऊ: आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके चलते सीएसआईआर की तरफ से सोमवार को एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. यह निर्णय औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया. बता दें कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने गुणवत्तापूर्ण पौध के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त प्रयासों के जरिए इस समझौते की पहल की.
इसमें एनएमपीबी की तरफ से चुने गए उच्च गुणवत्ता व उन्नत किस्मों के औषधीय पौधे व जड़ी-बूटियों का उत्पादन शामिल है. इसके लिए पौधों के विकास, संवर्धन, संरक्षण और खेती के लिए नर्सरी की स्थापना की जाएगी और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. सीएसआईआर की तरफ से चयनित औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों को बड़े पैमाने पर बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए रोपण सामग्री व उत्पादन पर भी शोध किया जाएगा.
आजादी का अमृत महोत्सव: औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ावा, CSIR ने किया समझौते पर हस्ताक्षर - ईटीवी भारत यूपी न्यूज
सीएसआईआर लखनऊ की तरफ से सोमवार को एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. यह निर्णय औषधीय पौधों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लिया गया. सीएसआईआर व एनएमपीबी विभाग के संयुक्त प्रयासों से औषधीय पौधों के आयात को कम करके किसानों की आय में बढ़ोतरी करने का प्रयास किया जाएगा.
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आयुष मंत्रालय के अन्तर्गत काम करते हुए एनएमपीबी विभाग की तरफ से औषधीय पौधों से संबंधित सभी मामलों का समन्वय करने के साथ व्यापार, निर्यात, संरक्षण, खेती व विकास की नीतियों की अहम जिम्मेदारी निभाई जाएगी. साथ ही एनएमपीबी विभाग कार्यक्रमों के आयोजन व क्रियान्वयन के लिए भी अधिकृत है. बता दें कि इस समझौते के दौरान सीएसआईआर के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने बताया कि सीएसआईआर व एनएमपीबी दोनों विभाग मिलकर औषधीय पौधों के आयात को कम करके किसानों की आय में बढ़ोतरी करने का प्रयास करेगें.
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