लखनऊः CSIR-CIMAP ने मेसर्स हेपी कंपनी (हैदराबाद) के साथ औषधीय पौधे से बने रिलैक्सोमैप बनाने की तकनीक पर समझौता किया है. इस मौके पर सीएसआईआर प्रमुख निदेशक प्रबोध कुमार त्रिवेदी और उनके सहयोगी सभी वैज्ञानिक उपस्थित रहे. वहीं, डॉ. रमेश श्रीवास्तव प्रमुख व्यापार विकास विभाग भी मौजूद रहे.
केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (CSIR-CIMAP) लखनऊ ने हर्बल रिलैक्सोमैप बनाने की तकनीक को मेसर्स हेपी हैदराबाद को हस्तांतरित किया. मेसर्स हेपी कंपनी रिलैक्सोमैप तकनीकी से अपने ब्रांड का उत्पाद बाजार में उतारेगी.
रिलैक्सोमैप में क्या है खास
रिलैक्सोमैप जोड़ों का दर्द, थकावट और तनाव के परिणाम स्वरूप उत्पन्न दर्द में राहत के लिए होता है. यह पूर्णतया हर्बल एवं सुगंधित तेलों द्वारा निर्मित होने के कारण इसका शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. यह प्राकृतिक औषधियों से तैयार होकर बाजार में उपलब्ध होगा और इससे अधिक से अधिक लोगों को लाभ भी मिलेगा.
सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने बताया कि इन हर्बल उत्पादों को सीएसआईआर-सीमैप द्वारा वैज्ञानिक रूप से परीक्षण किया गया है. ये उत्पाद ज्यादातर सगंध एवं औषधीय पौधों से बने होते हैं. इस कंपनी द्वारा उनके उत्पादन से देश में औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती करने वाले किसानों को भी आर्थिक लाभ होगा.