लखनऊ : राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों में इन दिनों भारी संख्या में लोग इलाज के लिए ओपीडी पहुंच रहे हैं. इसमें जनरल ओपीडी और सर्जरी वार्ड शामिल हैं. अस्पताल के पर्चा काउंटर पर जमा लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं. हजरतगंज स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में लोगों भी भारी भीड़ दिखी. ओपीडी में दिखाने के लिए लाइन में लगे लोगों में आपस में ही कहासुनी और नोकझोंक भी होते देखी गयी.
राजधानी के अस्पतालों में जनरल व ओपीडी में उमड़ी भीड़, कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ीं धज्जियां
कोरोना की दूसरी लहर जैसे ही कम हुई, वैसे ही लोगों ने दोबारा लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है. यह तब है जब कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका विशेषज्ञों ने पहले ही जता दी है. बावजूद इसके लोग भीड़ में शामिल हो जा रहे हैं.
बलरामपुर अस्पताल में भी जनरल ओपीडी और सर्जरी शुरू हो गई है. यहां भी बड़ी संख्या में सर्जरी के बाद मरीज वार्ड में भर्ती हो रहे हैं जबकि कई ऐसे वर्ड भी हैं जो पूरी तरह खाली हैं. ऐसे में कोविड-19 निदेशक द्वारा इन वार्डों में मरीजों को शिफ्ट करने का आदेश दिया गया है. उधर, बलरामपुर अस्पताल में भी जनरल ओपीडी में भीड़ देखने को मिली. अस्पताल के डॉ. रविंद्र कुमार ने बताया कि जनरल सर्जरी का काम बड़ी तेजी से चल रहा है. कोरोना और मरीजों की संख्या को देखते हुए 2 मरीजों के बीच में दूरी बनाने के लिए वार्ड की क्षमता से आधे मरीजों को ही भर्ती किया गया है.
उधर, सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर एसके नंदा बताते हैं कि कोरोना काल के बाद अब पांच-सात दिनों से ओपीडी में ज्यादा संख्या में मरीज आ रहे हैं. अस्पताल में भीड़ न हो, इसके लिए हर ओपीडी में औसतन 120 मरीजों को ही देखा जा रहा है. इस समय ज्यादा मरीज आ रहे हैं.
अस्पताल ओपीडी में मरीजों की संख्या
सिविल अस्पताल 300 से अधिक
बलरामपुर अस्पताल 250-300
केजीएमयू 800 रजिस्ट्रेशन कराते हैं 500 परामर्श के लिए पहुंचते हैं
लोहिया 450-600
झलकारीबाई अस्पताल 150 प्रसूताएं
लोकबंधु अस्पताल 200-250