लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हो रही बेमौसम बारिश के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के चलते किसानों की फसल काफी खराब हो रही है. किसानों का कहना है कि गेंहू की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है. वहीं आलू, मटर, चना, सरसों की फसल भी काफी प्रभावित हैं.
मेरठ: जिले और आसपास के इलाकों में बारिश होने के साथ कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई है. इसके चलते फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं एक तरफ जहां ओला गिरा है, वहां नुकसान अधिक होने की संभावना बताई गई है. इस दौरान तेज हवा चलने से गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ है. बता दें कि मेरठ जिले में लगभग 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. हवाओं की गति 18 से 20 किमी प्रति घंटा रही. मौसम के कारण किसानों को खासा नुकसान पहुंच रहा है.
पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से मेरठ में 4 मार्च से ही बदलाव देखने को मिल रहा था. 3 दिन से रुक-रुक कर बारिश हो रही है और अभी यह स्थिति शनिवार तक बनी रहेगी. पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने पर रविवार से मौसम साफ होना शुरू हो जाएगा.
-डॉ. यू. पी. शाही
आगरा: जिले के फतेहपुर सीकरी के किसानों की फसल पर बारिश के कारण आफत आ पड़ी है. गुरुवार की रात हुई जोरदार बारिश और हवाओं से किसानों की फसल चौपट हो गई. फतेहपुर सीकरी के किसान पहले से ही बारिश से परेशान थे, ऐसे में शुक्रवार की सुबह हुई तेज बारिश ने किसानों की परेशानी को और भी बढ़ा दिया है. किसान की गेहूं, आलू और सरसों की फसल बर्बादी के कगार पर खड़ी है. किसानों की मानी तो उनका कहना है कि सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं की फसल को हो रहा है, जिसमें तेज हवाओं के चलते पूरी फसल गिर चुकी है. इनमें अभी तक बालियां तैयार हो रही थी जो गिरने के कारण सड़ जाएगी और खराब हो जाएगी. वहीं सरसों की फसल पूरी तरीके से तैयार फसल बारिश के कारण खराब हो रही हैं. आलू की फसल भी पूरी तरीके से तैयार थी और किसान खुदाई का कार्य कर रहा था. वहीं बारिश ने आलू की फसल को भी पूरी तरह प्रभावित कर रही है.
हरदोई: जिले में हो रही बेमौसम बरसात से गेहूं की फसल गिर गई है. वहीं सरसों, मटर, चना की फसल भी बर्बादी की कगार पर पहुंच गई हैं. इस बेमौसम बरसात के कारण किसानों को भारी संख्या में नुकसान पहुंच रहा है. जिले में शुक्रवार को करीब डेढ़ घण्टे तक तेज रफ्तार से आंधी पानी और ओला वृष्टि हुई. मौसम की इस बेरूखी से खेतों में पड़ी गेहू, सरसों, चना, मटर, अरहर की फलियों को काफी नुकसान पहुंचा.
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