लखनऊ:राजधानी में MakeMy Trip (मेक माय ट्रिप) के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. एक युवक अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश घूमने जाना चाहते थे. इसके लिए पालमपुर तक के लिए मेक माई ट्रिप (Fraud with help of MakeMy Trip App) ऐप से एक टैक्सी बुक करवाई थी. पांच दिन उन्हें कॉल कर बताया गया कि टैक्सी कैंसल हो गई है. युवक ने रिफंड मांगा, तो उन्हें पैसे वापस मिलने के बजाए महज 7 मिनट में उनके खाते से 7 लाख रुपए साइबर ठग ने उड़ा लिये. युवक को समझ में आ गया कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है. लिहाजा गुरुवार को साइबर क्राइम थाना लखनऊ में युवक ने एफआईआर दर्ज कराई.
साइबर क्राइम थाना प्रभारी मुस्लिम खान ने शुरू की जांच HP घूमने की टैक्सी कैंसल होने पर ठग ने की कॉल: पीजीआई इलाके के वृंदावन योजना में रहने वाले विपिन कुमार अग्रवाल हिमाचल प्रदेश छुट्टियां बनाने जा रहे थे. इसके लिए उन्होंने हिमाचल के पालमपुर तक मेक माई ट्रिप एप्लीकेशन से एक टैक्सी बुक करवाई थी. बुकिंग के पांच दिन बाद ही उनके पास कॉल आई और उन्हें बताया गया कि आपकी टैक्सी कैंसल हो गई है. इस पर विपिन ने कॉलर से कहा कि आप मेरे बुकिंग अमाउंट रिफंड कर दीजिए. रिफंड मांगने पर कॉलर ने पीड़ित को बताया कि, आपके पैसे होप टू डेस्क ऐप पर रिफंड कर दिया गया है. आप उस पर चेक कर लें.
रिफंड देने के नाम पर डाउनलोड कराया था ऐप 7 मिनट में उड़ा लिए सात लाख रुपए:पीड़ित के मुताबिक, कॉलर के कहे अनुसार अपनी रिफंड पाने के लिए उन्होंने होप टू डेस्क ऐप डाउनलोड कर इंस्टॉल किया. उन्होंने बताया कि जैसे ही एप्लिकेशन इंस्टॉल हुई, उनका फोन हैक हो गया. जब तक वो समझते उनके फोन पर एक के बाद एक मैसेज आने लगे. पैसे रिफंड होने के बजाए महज 7 मिनट में उनके खाते से सात लाख रुपये साइबर ठगों ने उड़ा दिये.
विपिन कुमार अग्रवाल ने दर्ज करायी एफआईआर लखनऊ में साइबर ठगी का मामला:पीड़ित को ये पता चल चुका था कि उनके साथ साइबर ठगी (Fraud with help of MakeMy Trip App) हुई है. गुरुवार को पीड़ित विपिन ने साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई. थाना प्रभारी मुस्लिम खान ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत (FIR in cyber fraud case in Lucknow) कर लिया गया है. जांच कर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि हम लोग अलग-अलग प्लेटफार्म पर लोगों को यह बता कर जागरूक करते है कि किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर किसी भी प्रकार की एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं करनी है. इसके बावजूद लोग साइबर ठगों के झांसे में आकर गलती कर रहे हैं. (Crime News UP)
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