लखनऊ:सोमवार कोप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूपी में हुए 100 करोड़ की छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में जीविका इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी व कालेज के मैनेजर राम गोपाल के लखनऊ स्थित दो प्लाटों सहित संस्थान की एक हेक्टेयर भूमि जब्त (ED seized luxury cars bought from disabled student scholarship scam money) किया. इसके अलावा डा. भीमराव आंबेडकर फाउंडेशन की तीन लग्जरी कारों को भी जब्त किया. इससे पहले एजंसी इन आरोपियों की 6 करोड़ 8 लाख की चल अचल संपत्ति जब्त कर चुकी है.
हाइजिया शिक्षण समूह के संस्थानों पर की गई छापेमारी में 300 से ज्यादा फर्जी दाखिलों का मामला सामने आया था. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फरवरी में राज्य के 10 शिक्षण संस्थानों में छापेमारी करके दो ट्रक दस्तावेज जब्त किए थे. इस मामले में एजेंसी ने जीविका इंस्टीट्यूट समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में छापेमारी कर संचालकों से पूछताछ की थी.
इससे पहले ईडी आरोपी संस्थानों की संपत्ति कर चुकी है जब्त:
- हाइजिया एजूकेशन समूह के मालिक सैयद इशरत हुसैन जाफरी का करीब 52 लाख रूपये कीमत का एक फ्लैट को अटैच किया गया.
- मुख्य आरोपी सैयद इशरत हुसैन जाफरी की पत्नी रचना जाफरी के नाम से खरीदी गई 76 लाख 55 हजार रुपए की एक प्रॉपर्टी अटैच की गई.
- छात्रवृत्ति घोटाले के अन्य आरोपी प्रवीण सिंह चौहान का ईडी ने एक फ्लैट अटैच किया , जिसकी कीमत 24 लाख रुपये थी.
- हाइजिया ग्रुप के अकाउंटेंट रवि प्रकाश गुप्ता ने राम और श्याम एजुकेशन सोसाइटी के नाम से 35 लाख 50 हजार कीमत की प्रॉपर्टी खरीदी थी. जिसकी कीमत तीन गुना थी. ईडी ने इस प्रॉपर्टी को भी अटैच कर लिया.
- विक्रम नाग के बैंक अकाउंट में जमा 19 लाख 69 हजार रुपए भी फ्रीज किए गए.
- ईडी ने सभी आरोपियों की 3 करोड़ 24 लाख की चल अचल संपत्ति को मनी लांड्रिंग के तहत अटैच की थी.