लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शुक्रवार को यूपी में 100 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में आरोपी कॉलेज प्रबंधकों की 2 करोड़ 84 लाख रुपये की सात संपत्तियों को जब्त कर लिया. इसमें मुख्य आरोपी सैय्यद इशरत हुसैन, उसकी पत्नी समेत अन्य आरोपियों की संपत्तियां शामिल हैं.
प्रवर्तन निदेशालय कस रहा शिकंजा: इसके पहले एजंसी इन आरोपियों की 3 करोड़ 24 लाख की चल अचल संपत्ति जब्त कर चुकी है. ईडी ने हाइजिया एजूकेशन समूह के मालिक सैयद इशरत हुसैन जाफरी के करीब 52 लाख रुपये कीमत के फ्लैट को अटैच किया. वहीं जाफरी की पत्नी रचना जाफरी के नाम से खरीदी गई 76 लाख 55 हजार रुपये की एक प्रॉपर्टी भी अटैच की गयी. छात्रवृत्ति घोटाले के अन्य आरोपी प्रवीण सिंह चौहान का ईडी ने एक फ्लैट अटैच किया है. इसकी कीमत 24 लाख रुपये बतायी गयी. प्रवीण ने यह प्रॉपर्टी पत्नी हेमा सिंह के नाम से खरीदी थी.
दिव्यांग छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में घोटाला: हाइजिया ग्रुप के अकाउंटेंट रवि प्रकाश गुप्ता ने राम और श्याम एजुकेशन सोसाइटी के नाम से 35 लाख 50 हजार कीमत की प्रॉपर्टी खरीदी थी. इसकी कीमत अब तीन गुनी हो चुकी है. ईडी ने इस प्रॉपर्टी को भी अटैच कर लिया है. विक्रम नाग के बैंक अकाउंट में जमा 19 लाख 69 हजार रुपये भी फ्रीज किए गए. इसके पहले ईडी ने सभी आरोपियों की 3 करोड़ 24 लाख की चल अचल संपत्ति को मनी लांड्रिंग के तहत अटैच की थी. दरअसल, ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले में कोर्ट में पहली चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इसमें एजेंसी ने करीब सौ करोड़ रुपये का घोटाला होने की बात कही थी. इसमें हाइजिया समूह के संचालक लकी जाफरी को पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड माना गया था.