लखनऊ:15 अगस्त से ठीक पहले गुरुवार को मुरादाबाद से गिरफ्तार किये गये हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े अहमद रजा से अब यूपी एटीएस उसके नापाक मंसूबे उगलवाएगी. एनआईए कोर्ट ने अहमद की 14 दिनों की पुलिस रिमांड (UP ATS gets 14 days police remand) मंजूर कर दी है. एटीएस ने अहमद को मुख्यालय ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है. इतना ही नहीं अहमद के मोबाइल फोन से पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों से जुड़े फोटोग्राफ, हथियारों की फोटो और चैट के स्क्रीनशॉट के आधार पर जांच तेज कर दी गई है.
3 अगस्त को मुरादाबाद से गिरफ्तार किए गए हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े अहमद रजा (Hizbul Mujahideen linked Ahmed Raza) को एटीएस ने गिरफ्तार किया था. शुक्रवार को एटीएस ने एनआईए कोर्ट से अहमद की पुलिस रिमांड मांगी थी. इस पर कोर्ट ने उसकी 14 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर दी. इसके बाद एटीएस उसे मुख्यालय ले गई और वहां उससे पूछताछ शुरू की. एटीएस को शक है कि, अहमद रजा अपने आकाओं के इशारे पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कोई बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था. ऐसे में एजेंसी उससे नापाक साजिश का पता लगाएगी.
साथ ही उसके और कितने साथी हैं, उनकी भी जानकारी एटीएस अहमद से लेगी. गिरफ्तारी के बाद अहमद ने यूपी एटीएस के सामने कई राज उगले हैं. वो भारत सरकार को हटाकर शरिया कानून लाने को अपनी जिन्दगी का मकसद बना लिया था. इसके लिए वह हिजबुल मुजाहिदीन पीर पंजाल तंजीम से जुड़े हुए सीनियर मुजाहिद साथी अनंतनाग के रहने वाले फिरदौस से लगातार सम्पर्क में था. फिरदौस ने ही इसे हिजबुल मुजाहिद्दीन पीर पंजाल में शामिल होने की बैयत दिलवाई थी.