घटना की जानकारी देते डीसीपी नार्थ एसएम कासिम आब्दी. लखनऊ:19 दिसंबर को इंदिरा नगर से पीएनबी के एटीएम से एटीएम का पासवर्ड डालकर रुपयों से एटीएम का लॉक खोलकर 13 लाख की चोरी (13 lakhs stolen from Punjab National Bank) करने के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. महंगे शौक और कर्ज उतारने के लिए कस्टोडियन ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर, चोरी के रुपयों से खरीदा हुआ एपल फोन, कुल 9.20 लाख रुपये नकद और दो एटीएम में लगने वाले कैसेट बरामद किये हैं. पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज (Three arrested including custodian in Lucknow) दिया.
सीएमएस गोमतीनगर स्थित सीएमएस इंफो सिस्टम लिमिटेड कंपनी के रीजनल ऑपरेशन मैनेजर रवींद्र शर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी विभिन्न बैंकों के एटीएम में कैश लोड करती है. ये काम कस्टोडियन के माध्यम से कराया जाता है. 19 दिसंबर की सुबह 11.48 बजे इंदिरानगर सेक्टर बी स्थित पीएनबी के एटीएम बूथ में एक युवक पहुंचा. वह अपना चेहरा ढंके था. बूथ में पहुंचते ही उसने हथेली पर लिखा पासवर्ड देखा और एटीएम की कैश ट्रे खोलकर 13,08,500 रुपये निकालकर भाग गया. अगले दिन जब कंपनी के लोग एटीएम में कैश लोड करने पहुंचे, तो कैश ट्रे खुली मिली.
मैनेजर रवींद्र शर्मा ने बृहस्पतिवार को अज्ञात चोर और कंपनी के चार कस्टोडियन कानपुर के बाबूपुरवा निवासी नौशाद अली, चंदौली चकिया निवासी सूरज देव मौर्य, चिनहट निवासी शिवांक और प्रदीप के खिलाफ गाजीपुर थाने में केस दर्ज कराया था. वारदात का खुलासा करते हुए डीसीपी नार्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि लखनऊ के इंदिरानगर में पीएनबी के एटीएम से 13 लाख कैश चोरी करने का मामला सामने आया था. चोरी की पूरी वारदात सीसीटीवी और कैश मिलान करने पर सामने आई थी. साथ ही कैश रखने वाली ट्रे भी गायब थी.
कैश लोडिंग फर्म सीएमएस के रिजनल मैनेजर ने चार कस्टोडियन और एक संदिग्ध युवक के खिलाफ गाजीपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर के बाद तत्काल वहां के सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट किए गये. इलेक्ट्रॉनिक मैन्युअल सर्विलांस से वहां के टावर का डेटा कलेक्ट किया गया. इसके बाद टीमें गठित करके अभियुक्तों की तलाश शुरू की गयी. मंगलवार को तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई. इनमें नौशाद अली, अभिषेक और आरिफ है. इसमें नौशाद कस्टोडियन के रूप में सीएमएस फर्म में कैश लोडिंग का काम करता था. इसके पास पासवर्ड होता था. यह पासवर्ड इसने अभिषेक से शेयर किया था. इसके बाद आरिफ और अभिषेक ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. तीनों के पास से 9 लाख 20 हजार कैश और चोरी के पैसों से खरीदा गया आइफोन बरामद हुआ है. (Crime News UP)
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