लखनऊ :झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवाने और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर मोहनलालगंज इलाके के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. घटना के पीछे लड़कियों के एक गैंग को जिम्मेदार ठहराया गया था. युवक के पिता ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में शुक्रवार को एडीजे रेखा शर्मा ने आरोपी सिमरन की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया. आरोपी पर गैंग बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने का आरोप है.
सरकारी वकील ने बताया कि वादी भंडारी लाल ने मोहनलालगंज थाने में 4 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आरोप लगाया था कि उसके पुत्र दिलीप कुमार ने आत्महत्या कर ली थी. वह मौके पर पहुंचे तो उनके बेटे की लाश मिली. बाद में उन्हें पता चला कि उसके बेटे की आत्महत्या के पीछे लड़कियों का एक गैंग है. इस गैंग की लड़कियां वृंदावन कालोनी में रहती हैं. गैंग ने उनके बेटे को अपने जाल में फंसा लिया था. वे धन उगाही करती थी. गैंग की सदस्यों सोनम, रोली, सिमरन और सोनी को जब पता चला कि दिलीप की शादी तय हो गई है तो उन्होंने दिलीप को धमकी देने के साथ ही परेशान करना शुरू कर दिया. वे सोनम से शादी न करने पर दिलीप को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी रहीं थीं. इसी से परेशान होकर उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली थी.