उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

78 हजार लाभार्थियों ने शौचालय का पैसा निजी कार्यों में किया खर्च, अब होगी वसूली - PM Narendra Modi

केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर शौचालय बनाने के लिए ओडीएफ प्लस योजना लांच की गई थी. इसका असर शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण इलाकों भी खूब देखने को मिला. लेकन कुछ जिलों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं रहा.

crime news lucknow
crime news lucknow

By

Published : Jun 29, 2023, 4:04 PM IST

लखनऊःसरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत हर घर शौचालय बनाने की योजना लांच की थी. इसके लिए जरुरतमंदों के खातों में पैसे भी भेजे. लेकिन, तमाम जिलों में लाभार्थियों ने शौचालय का पैसा निजी कार्यों में खर्च कर दिया. पूर्वांचल के करीब 78000 लाभार्थियों ने ओडीएफ फेस टू योजना के तहत करीब 94 करोड़ की धनराशि अपने निजी खर्चे पर कर दी. पंचायती राज विभाग ने इन लाभार्थियों की पहचान की है. इसके साथ ही उनसे पैसे वसूली तैयारी भी कर रहा है.

78000 लोगों ने नहीं बनवाया शौचालय

बता दें कि सभी संबंधित जिलों में ऐसे लाभार्थियों की पहचान के आधार पर उनसे वसूली की जाएगी या फिर उनके घर में शौचालय निर्माण कराया जाएगा. लोग खुले में शौच जाने की प्रवृत्ति लगभग बंद कर रहे हैं. ज्यादातर जगहों पर काफी संख्या में शौचालय बने भी हैं. वहीं, पूर्वांचल के 10 जिलों में ओडीएफ फेस-2 का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है. पहले चरण में जो लोग अनुदानित शौचालय पाने से वंचित रह गए थे. उनके लिए आवेदन की व्यवस्था भी शुरू की गई है.

पूर्वांचल के 10 जिलों में 5.49 लाख लोगों ने शौचालय के लिए आवेदन किया था. इसके पहले चरण में करीब 1.25 लाख लोगों को प्रति शौचालय के हिसाब से 12 हजार की धनराशि उनके खातों में भेजी गई. वहीं, पूर्वांचल के 10 जिलों में 78000 से अधिक लोगों ने पैसा आने के बाद भी अपना शौचालय बनाया ही नहीं. वहीं, खाते में भेजे गए पैसे को अपने दूसरे खर्चे में उड़ा दिया.

इनमें पूर्वांचल के आजमगढ़ की स्थिति सबसे खराब पायी गयी. यहां करीब 42 हजार लोगों को पहली किस्त की धनराशि मिली. लेकिन, उन्होंने अब तक काम नहीं शुरू कराया. वहीं, सोनभद्र और वाराणसी जिलों की स्थिति काफी बेहतर है. सोनभद्र में मात्र 17 ऐसे लाभार्थी हैं, जिन्होंने पैसा मिलने के बाद काम नहीं कराया. इसके अलावा वाराणसी में 500 लाभार्थी को डिफाल्टर घोषित किया गया है. गाजीपुर में 6169 लाभार्थी में धनराशि मिलने के बाद भी शौचालय का काम नहीं शुरू कराया.

पंचायती राज विभाग के निदेशक प्रमोद उपाध्याय ने बताया कि जिन भी जिले में धनराशि भेजे जाने के बावजूद लाभार्थियों ने शौचालय निर्माण नहीं कराया है. उन लोगों को नोटिस भेजकर शौचालय निर्माण कराने की दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. शौचालय निर्माण नहीं करने वाले लोगों से पैसे की रिकवरी कराई जाएगी. जिस काम के लिए जो पैसा दिया गया है. वहीं, काम कराया जाना योजना का सर्वोच्च मकसद है.

ये भी पढ़ेंःयूपी में विधायक निधि पांच करोड़ करने के प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी, ये सुविधाएं मिलेंगी

ABOUT THE AUTHOR

...view details