लखनऊ :कुकरैल रिवरफ्रंट के लिए भीकमपुर बस्ती को जमींदोज करने का अभियान गुरुवार को लगभग समाप्त हो गया. स्थानीय लोगों के गम और गुस्से के बीच यह कार्रवाई हुई. प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी की भी सुनवाई नहीं की. 44 में से 35 भवनों को जमींदोज कर दिया गया है. शाम ढलने के बाद बुलडोजर की कार्रवाई रोक दी गई. ध्वस्तीकरण के दौरान एलडीए, जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात दिखे. दूसरी और अकबर नगर में प्रस्तावित कार्रवाई अब शनिवार को होगी. वहां पहले मुनादी की जाएगी.
शिफ्टिंग के अलावा कोई विकल्प नहीं :भीखमपुर में बचे हुए भवनों को ध्वस्त करने की लोग वीडियो बनाते नजर आए. जो लोग अपना मकान छोड़कर चले गए वह गुरुवार को वीडियो बनाने वहां पहुंचे थे. हर कोई अपने मकान को टूटते हुए देखकर भावुक नजर आ रहा था. महिलाएं कुकरैल नदी की तरफ नीचे उतरकर बुलडोजर की कार्रवाई देख रहीं थीं. महिलाओं के साथ उनके बच्चे भी मौजूद थे. वहीं दूसरी तरफ भीखमपुर में सामान शिफ्टिंग का काम जारी है. 16 से ज्यादा परिवार नगर निगम के ट्रकों में अपने घर का सामान लादता हुआ नजर आया. कई परिवार किराए के मकान में रहने चले गए. जबकि ज्यादातर परिवार पारा में आवंटित हुए आश्रयहीन मकान में सामान ले गए. उनका कहना है कि शिफ्टिंग के अलावा उनके पास अब कोई विकल्प नहीं रह गया है.