लखनऊ : यूपी के कौशांबी में एसटीएफ के एनकाउंटर में मारा गया गुफरान अपने दोस्त तौकीर की मौत का बदला लेना चाहता था. इसके लिए उसने तौकीर का चार साल पहले एनकाउंटर करने वाले दो इंस्पेक्टर की हत्या का प्लान बनाया था. इसकी भनक यूपी एसटीएफ को लग चुकी थी. गुफरान ने चार साल पहले ही जरायम की दुनिया में कदम रखा था और कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का बेताज बादशाह बनने की चाह रखता था.
एजेंसी के मुताबिक, यूपी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार तड़के कौशांबी के समदा क्षेत्र में जिस कॉन्ट्रेक्ट किलर गुफरान को एनकाउंटर में मार गिराया है, वह यूपी पुलिस के ही दो इंस्पेक्टर के खून का प्यासा था. दरअसल, यूपी एसटीएफ ने 7 जून 2019 को प्रतापगढ़ की शहर कोतवाली इलाके में एक लाख के इनामी तौकीर को एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस के इस ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ के साथ-साथ प्रतापगढ़ पुलिस भी शामिल थी. तौकीर के एनकाउंटर के बाद उसके भाई जैद और प्रतापगढ़ के गुफरान ने एनकाउंटर को लीड कर रहे दो इंस्पेक्टर को मारने की ठान ली. जैद और गुफरान इन दोनों पुलिस कर्मियों की हर गतिविधियों पर नजर रखने लगे थे. इस दौरान गुफरान खुद को जरायम की दुनिया का बादशाह बनाने में लग गया.
सर्विलांस से STF को हुई साजिश की जानकारी : एजेंसी के मुताबिक, करीब दो माह पहले एसटीएफ को पता चला कि गुफरान अपने कुछ साथियों के साथ दो इंस्पेक्टरों की हत्या करने की साजिश रच रहा है. पुलिस को सर्विलांस के दौरान तौकीर के भाई जैद और गुफरान के बीच हुई बातचीत भी हाथ लग गई. एसटीएफ ने गुफरान की लोकेशन ट्रेस की और उसे घेर लिया. मंगलवार को डिप्टी एसपी एसटीएफ धर्मेंद्र कुमार शाही की टीम ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया. गुफरान ने वर्ष 2019 में प्रतापगढ़ में एक तांत्रिक की हत्या कर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी.