लखनऊ: थाना विभूतिखण्ड व क्राइम टीम डीसीपी पूर्वी की संयुक्त पुलिस टीम ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बैंक से 12 लाख का पर्सनल लोन लेकर फरार होने वाले चार शातिर जालसाज अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल किया है.
थाना विभूतिखण्ड में अमित गुप्ता के विरुद्ध कूटरचित दस्तावेज लगाकर एचडीएफसी बैंक से 12 लाख रुपए का पर्सनल लोन लेकर फरार होने का मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले की विवेचना इंस्पेक्टर योगेश सिंह सेंगर ने की. डीसीपी पूर्वी क्राइम टीम व थाना विभूतिखण्ड की संयुक्त पुलिस टीम ने इलेक्ट्रानिक व सूचना के आधार पर शनिवार को तीन अभियुक्त दीपेश, रविन्द्र प्रसाद, सिराज खान को गिरफ्तार कर लिया.
अभियुक्तों की निशानदेही पर रिषभ को पुलिस ने लोहिया अस्पताल गेट से गिरफ्तार किया. अभियुक्त रविन्द्र, सिराज, रिषभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. डीसीपी ईस्ट हृदेश कुमार ने बताया कि 14 सितंबर को एक निजी बैंक की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था कि फर्जी आईडी लगाकर 12 लाख का पर्सनल लोन लिया गया है. विभूतिखंड की पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने इस मामले को लेकर गहन पूछताछ की. आरोपियों ने कबूला है कि पैसों की जरूरत की वजह से नकली आईडी बना कर लोन लिया था. पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है.