लखनऊ: भले ही उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार अन्ना जानवरों के प्रबंधन को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. लेकिन जमीनी स्तर पर अन्ना जानवरों के प्रति जिम्मेदार लोगों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. केसैरपुर अंतर्गत गोशाला में गोवंश को सूखे भूसे खाने में दिये जा रहे हैं. वहीं, सूखा भूसा रखने के लिए किसी तरह का इंतजाम नहीं किया गया है. जिसकी वजह से भूसा जमीन पर पूरी तरह से बिखरा हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ गोवंश को खिलाने के लिए नाद का अभाव भी देखने को मिल रहा है. गोशाला में उचित प्रबंधन नहीं होने के कारण बेजुबान गोवंश के लगातार परेशानियों का सामना कर रहे हैं.
गोशाला में अव्यवस्था, गोवंशों को नहीं मिल रहा चारा-पानी
सैरपुर अंतर्गत गोशाला में गोवंश के लिए उचित प्रबंधन को लेकर स्थानीय प्रधान द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाया जा रहा है, जिसके चलते गोवंश को चिलचिलाती धूप में खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है. गोवंश को खिलाने के लिए नाद का अभाव भी देखने को मिल रहा है.
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सैरपुर स्थित गौशाला में करीब 135 गोवंश हैं. गर्मी के मौसम में छाएं में रखने के लिए शेड की कमी है, जिससे गोवंशों को चिलचिलाती धूप में रखा जा रहा है. गोवंश आए दिन बाहर निकल जाते हैं और किसानों की फसल बर्बाद करते हैं.गोपालक सियाराम से ने बताया कि गोवंश के रख-रखाव और चारा प्रबंधन को लेकर लगातार समस्याएं हो रही है. उन्होंने बताया कि जानवरों को कड़ी धूप में रखने के लिए पर्याप्त शेड नहीं होने से उन्हें खुले आसमान और कड़ी धूप में रहना पड़ रहा है.
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