लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए नया कार्यक्रम जारी किया है. इसके चलते सोमवार को लोगों को काफी दिक्कतें हुई. स्लॉट बुक होने के बाद भी लोगों का टीकाकरण नहीं हो सका. जिसके बाद लोगों ने हंगामा भी किया. एक अप्रैल या इसके बाद कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को दूसरी डोज के लिए नई तारीख 12 सप्ताह बाद की दी गई है. अभी तक यह तारीख 6 सप्ताह बाद की थी. पहले से सूचना न होने से सोमवार को दूसरी डोज लेने पहुंचे लोगों को समस्या हुई.
दूसरी डोज के लिए करना होगा इंतजार
केंद्र पर पहुंचे लाभार्थियों ने हेल्पलाइन व कोविड कमांड सेंटर पर फोन करके भी इस बारे में जानकारी मांगी वहां से भी नए शेड्यूल के हिसाब से आने को कहा गया. उनको बताया गया कि यह बदलाव पोर्टल में पहले ही किया जा चुका है. इसलिए वे कुछ नहीं कर सकते. दूसरी डोज के लिए अब लंबा इंतजार करना होगा.
कोविशील्ड की दूसरी डोज का शेड्यूल बदला, स्लॉट होने के बावजूद नहीं हुआ वैक्सीनेशन
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए नया कार्यक्रम जारी किया है. एक अप्रैल या इसके बाद कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को दूसरी डोज के लिए नई तारीख 12 सप्ताह बाद की दी गई है.
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जारी किया गया नया कार्यक्रम
स्वास्थ्य विभाग ने अचानक वैक्सीनेशन के शेड्यूल में बदलाव कर दिया. इसे लेकर दिन भर बहस चली कि बगैर पूर्व सूचना के टीकाकरण कार्यक्रम में बदलाव क्यों किया गया. इसके बाद देर शाम स्वास्थ्य विभाग ने नया कार्यक्रम जारी कर दिया. जिन लोगों ने 1 अप्रैल को कोविशील्ड की पहली डोज ली है उन्हें दूसरी खुराक के लिए 24 जून तक इंतजार करना होगा. इसी प्रकार 1 मई वाले 24 जुलाई को दूसरी डोज लगवा सकेंगे. अगली सभी तारीख पर पहली डोज लेने वालों की तारीखें क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ती रहेंगी. यह परिवर्तन केवल कोविशील्ड वैक्सीन के लिए किया गया है. जबकि, को-वैक्सिन पूर्व की भांति लगाई जाती रहेगी.
15,637 लोगों ने कराया टीकाकरण
टीकाकरण के प्रतिशत में सोमवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई. एक दिन में 15,637 लोगों ने टीका लगवाया. वहीं 45 साल से कम उम्र की श्रेणी में 9,748 लोगों ने टीका लगवाया.
स्लॉट बुक फिर भी हंगामा
राजधानी के राजेंद्र नगर यूएचसी पर स्लॉट मिलने के बावजूद टीका नहीं लगने पर सोमवार को लोगों ने हंगामा किया. हंगामा बढ़ने पर पुलिस को व्यवस्था संभालनी पड़ी. अस्पताल प्रशासन ने लोगों को मंगलवार के लिए पर्ची लिखकर दी तब जाकर मामला शांत हुआ.
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