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पंचायत चुनाव की ट्रेनिंग में कोविड-19 प्रोटोकॉल और आदेशों की उड़ी धज्जियां

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Published : Apr 13, 2021, 6:33 PM IST

राजधानी में कोरोना वायरस से लोग सड़कों पर मरने लगे हैं. यह लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश वायरल वीडियो में कहते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ कर्मियों के प्रशिक्षण दिया में कोविड-19 प्रोटोकॉल और सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ीं जा रही हैं.

लखनऊः राजधानी में कोरोना संक्रमण से हालात बेकाबू हो गए हैं. हर रोज नए संक्रमित मामलों की संख्या में हजार से भी ज्यादा का इजाफा हो रहा है, जिससे जिला प्रशासन और सरकार के सारे उपाय भी फेल होते नजर आ रहे हैं. अब राजधानी में कोरोना वायरस का संक्रमण से लोग सड़कों पर मरने लगे हैं. यह हम नहीं बल्कि खुद लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश वायरल वीडियो में कहते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ सिटी मांटेसरी स्कूल में चुनाव के लिए कर्मियों के प्रशिक्षण में न तो कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है और न ही सरकार के उस आदेश का पालन हो रहा है, जिसमे कहा गया था किसी भी बंद जगह में 50 लोगों से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं होने चाहिए. ट्रेनिंग के हाल में ही 5000 से ज्यादा लोग एक साथ बैठे हुए हैं. ऐसे में सरकारी कार्यक्रमों में कोविड प्रोटोकॉल की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं.

लखनऊ.

राजधानी में सड़कों पर कोरोना से मर रहे लोग
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को 5300 से ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. जो कि पूरे प्रदेश में मिले 18000 मामले में एक तिहाई राजधानी में ही हैं. राजधानी में लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है और न ही गंभीर रोगियों को बेड मिल पा रहे हैं. ऐसे में लोग अब सड़कों पर मरने को मजबूर है. खुद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश का एक 17 सेकंड का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुद कह रहे हैं कि अब तो सड़कों पर लोग मरने लगे हैं.

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एक हॉल में 5000 लोग हुए एकत्रित
राजधानी लखनऊ में 19 अप्रैल को पंचायत चुनाव होने हैं. वहीं, चुनाव के लिए 17 अप्रैल को पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. जिसके लिए इन दिनों सिटी मांटेसरी स्कूल में ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारियों की ट्रेनिंग हो रही है. इस ट्रेनिंग का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें एक साथ 5000 से ज्यादा लोग बैठे हुए हैं. इसमें न तो को भी प्रोटोकॉल का पालन हो रहा है और न ही सरकार के उस आदेश का जिसमें कहा गया है कि खुले स्थानों में 100 लोग और बंद स्थान में 50 लोग से ज्यादा इकट्ठे नहीं हो सकेंगे. ऐसे में पंचायत चुनाव में लगाए गए कर्मियों के साथ लापरवाही की जा रही है, जिससे उनकी जान को भी खतरा है.

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